लखनऊ : राजधानी में डेंगू के मरीजों (dengue patients) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच प्लेटलेट्स की खपत बढ़ गई है. अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 20 से 30 फीसदी तक प्लेटलेट्स की मांग बढ़ी है. रोजाना 10 से 15 मरीजों की डेंगू रैपिड व एलाइजा रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. डेंगू मरीजों में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगती है. डॉक्टरों का कहना है कि एक मरीज को करीब तीन से चार यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है. इससे भी प्लेटलेट्स की मांग बढ़ी हुई है.
केजीएमयू के ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग में रोज 60 से 70 यूनिट प्लेटलेट्स की मांग थी, जो अब बढ़कर 100 पहुंच गई है. सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) की मांग भी बढ़ी है. लोहिया संस्थान के ब्लड बैंक में रोजाना 20 यूनिट प्लेटलेट्स खप रही है. सामान्य दिनों में प्लेटलेट्स की खपत 10 से 12 यूनिट रहती थी. बलरामपुर अस्पताल के ब्लड बैंक में करीब पांच से आठ यूनिट प्लेटलेट्स की मांग रहती थी, जो 10 के पार पहुंच गई है. पीजीआई में 30 से 40 यूनिट प्लेटलेट्स खप रही है, सामान्य दिनों में 20 से 15 यूनिट की मांग थी.
एक यूनिट से बढ़ती है 60 हजार प्लेटलेट्स : पीजीआई के ट्रांस फ्यूजन मेडिसिन विभाग के डॉ. प्रशांत अग्रवाल बताते हैं कि सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) में तेजी से प्लेटलेट्स बढ़ती है. एक एसडीपी यूनिट मरीज को चढ़ाने पर 60 से 70 हजार प्लेटलेट्स बढ़ती है. रैंडम डोनर प्लेटलेट्स की यूनिट चढ़ाने पर सात से 10 हजार प्लेटलेट्स बढ़ती है. एसडीपी डोनर से मशीन से तुरंत प्लेटलेट्स तैयार होती है.
लक्षणों के आधार पर चल रही जांच : सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि शहरी व ग्रामीण इलाकों में मच्छरों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. लक्षणों के आधार पर जांच कराई जा रही है. जांच की किट, दवाएं पर्याप्त मात्रा में हैं. उप्र मेडिकल सप्लाइज काॅरपोरेशन को भी अलर्ट कर दिया गया है.
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