लखनऊ: राजधानी में कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद यह पहली बार हुआ है कि कमिश्नर सुजीत पांडे के निर्देशन में हर थाने और चौकी में पॉलीगोन प्रणाली लागू कर दी गई है. इसका निरीक्षण करने के लिए मंगलवार को डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) शालिनी सिंह ने सभी पुलिसकर्मियों से बात की और उनसे यह जानना चाहा कि पॉलीगोन प्रणाली आखिर उनकी समझ में आई है या नहीं. उसके बाद उन्होंने पॉलीगोन प्रणाली को लेकर के सभी पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया.
डीसीपी शालिनी सिंह ने बताया कि पॉलीगोन प्रणाली में हर सिपाही को क्षेत्राधिकार बांट दिया गया है और सभी को एक-एक दोपहिया वाहन उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें जीपीएस सिस्टम लगा होगा. कंट्रोल रूम से उसकी मॉनिटरिंग की जाएगी और जिस क्षेत्र में सिपाही को तैनात किया जाएगा, यदि उस क्षेत्र में कहीं पर भी कोई घटना होती है तो उसकी जवाबदेही सीधे उस सिपाही की होगी.
डीसीपी शालिनी सिंह ने बताया कि अगर कोई पुलिसकर्मी कहीं पर स्टैंड हो करके खड़े होंगे तो उसकी भी लोकेशन कंट्रोल रूम में दिखाई देगी, जिससे अब साफ तौर पर यह कहा जा सकता है कि पुलिस को और मॉडर्न कर दिया गया है. अब किसी भी तरह की लापरवाही, किसी भी तरह की हीलाहवाली कोई भी पुलिसकर्मी नहीं कर पाएगा. यदि करते पाया गया तो उस सिपाही के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि कमिश्नरी सिस्टम का मुख्य उद्देश्य यही है कि शहर से क्राइम को जड़ से उखाड़ कर फेंक देना. उसके लिए चाहे कितनी भी मेहनत क्यों न करनी पड़े.