लखनऊ. सीबीएसई (CBSE) की 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. आईसीएसई (ICSE) और आईएससी (ISC) के प्रैक्टिकल फरवरी में ही हो चुके हैं. लेकिन देश के सबसे बड़े शिक्षा बोर्ड यानी यूपी बोर्ड (up board) की प्रैक्टिकल की परीक्षाओं का अभी तक कोई अता-पता नहीं है. इस बार की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में 51 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं शामिल होने जा रहे हैं.
इस साल हाई स्कूल में करीब 27 लाख और इंटरमीडिएट में 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कराया है. पिछले वर्षों तक फरवरी में परीक्षाएं होती थी. ऐसे में प्रैक्टिकल की शुरुआत दिसंबर में कर दी जाती थी. दो शिफ्ट में यह प्रैक्टिकल कराए जाते थे. लेकिन इस बार बोर्ड की तरफ से कोई सूचना ही नहीं दी गई है. इसे लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से लेकर छात्रों द्वारा लगातार बोर्ड से संपर्क किया जा रहा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है.
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अप्रैल में हो सकती हैं परीक्षाएं
यूपी बोर्ड की तरफ से अभी तक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के कार्यक्रम भी घोषित नहीं किए गए हैं. जानकारों की मानें तो 10 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद परीक्षाओं के कार्यक्रम जारी करने की तैयारी है. छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए करीब 15 दिन का समय मिलेगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि परीक्षा अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू की जा सकती है.
विद्यालय नहीं दे रहे सूचना
लखनऊ में बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर विद्यालयों के स्तर पर एक और लापरवाही सामने आई है. बार-बार पूछे जाने के बाद भी विद्यालयों के स्तर पर अपने शिक्षकों का ब्योरा बोर्ड को नहीं भेजा जा रहा है. इसी के आधार पर बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी लगनी है. सिर्फ लखनऊ में ही 300 से ज्यादा स्कूलों की तरफ से अभी तक सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई गई है.
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