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Pegasus Spyware Case: यूपी की सड़कों पर कांग्रेस का हल्लाबोल, कई बड़े नेता नजरबंद

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Published : Jul 22, 2021, 12:30 PM IST

Updated : Jul 22, 2021, 1:20 PM IST

यूपी में गुरुवार सुबह कांग्रेस के प्रमुख नेता जासूसी कांड के विरोध में प्रदर्शन में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे. लखनऊ पुलिस ने उनको उनके घरों में नजरबंद कर दिया. इसमें अजय कुमार लल्लू, आराधना मिश्रा, वेद प्रकाश त्रिपाठी प्रमुख हैं.

congress workers protest in lucknow over pegasus espionage
congress workers protest in lucknow over pegasus espionage

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेगासस फोन जासूसी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों और व कार्यकर्ताओं को शामिल होना था. लेकिन इससे पहले कि वो जासूसी कांड के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए घर से बाहर निकलते, उनको पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर दिया.

लखनऊ में प्रदर्शन करते कांग्रेस नेता

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, राजीव गांधी पंचायती राज के चेयरमैन शैलेंद्र तिवारी को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. कांग्रेस नेता परिवर्तन चौक से लेकर राजभवन तक पैदल मार्च करना चाहते थे. कांग्रेस नेताओं राज भवन पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते, लेकिन उनके मनसूबों पर पानी फिर गया.

फोन टैपिंग के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के आह्वान पर राजधानी लखनऊ में परिवर्तन चौक से लेकर गवर्नर हाउस तक शांति मार्च का प्लान बनाया था. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हाई कोर्ट चौराहे पर शांति मार्च के लिए जमा भी हुए थे, लेकिन बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने नेताओं को शांति मार्च करने से पहले रोक लिया. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और नेता विधान परिषद दीपक सिंह के साथ ही शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव अज्जू और दिलप्रीत सिंह को भी हिरासत में ले लिया.

कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों की जासूसी में व्यस्त है. हमारे नेता राहुल गांधी की जासूसी करा रही है. पत्रकारों की जासूसी करा रही है. यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि हम यहां पर फोन टैपिंग के विरोध में प्रदर्शन के लिए जमा हुए थे, लेकिन पुलिस ने शांति मार्च नहीं करने दिया. उन्होंने कहा कि हमारे तमाम नेताओं को पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया, जिसमें अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू नेता विधान मंडल दल आराधना मिश्रा और जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी और राजीव गांधी पंचायती राज के चेयरमैन शैलेंद्र तिवारी शामिल हैं. नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मैं बांदा से सीधे आया इसलिए हाउस अरेस्ट नहीं हुआ, पुलिस हमारे घर पर मौजूद थी.

ये भी पढ़ें- आगरा: गला रेतकर महिला और उसके 3 बच्चों की हत्या

प्रदर्शन में शामिल नेता विधान परिषद दीपक सिंह ने कहा कि यह अन्याय है. पुलिस ने हमें शांति मार्च नहीं निकालने दिया. प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेताओं के अलावा महिला प्रदर्शनकारियों को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेगासस फोन जासूसी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों और व कार्यकर्ताओं को शामिल होना था. लेकिन इससे पहले कि वो जासूसी कांड के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए घर से बाहर निकलते, उनको पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर दिया.

लखनऊ में प्रदर्शन करते कांग्रेस नेता

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, राजीव गांधी पंचायती राज के चेयरमैन शैलेंद्र तिवारी को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. कांग्रेस नेता परिवर्तन चौक से लेकर राजभवन तक पैदल मार्च करना चाहते थे. कांग्रेस नेताओं राज भवन पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते, लेकिन उनके मनसूबों पर पानी फिर गया.

फोन टैपिंग के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के आह्वान पर राजधानी लखनऊ में परिवर्तन चौक से लेकर गवर्नर हाउस तक शांति मार्च का प्लान बनाया था. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हाई कोर्ट चौराहे पर शांति मार्च के लिए जमा भी हुए थे, लेकिन बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने नेताओं को शांति मार्च करने से पहले रोक लिया. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और नेता विधान परिषद दीपक सिंह के साथ ही शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव अज्जू और दिलप्रीत सिंह को भी हिरासत में ले लिया.

कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार लोगों की जासूसी में व्यस्त है. हमारे नेता राहुल गांधी की जासूसी करा रही है. पत्रकारों की जासूसी करा रही है. यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है. कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि हम यहां पर फोन टैपिंग के विरोध में प्रदर्शन के लिए जमा हुए थे, लेकिन पुलिस ने शांति मार्च नहीं करने दिया. उन्होंने कहा कि हमारे तमाम नेताओं को पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया, जिसमें अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू नेता विधान मंडल दल आराधना मिश्रा और जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी और राजीव गांधी पंचायती राज के चेयरमैन शैलेंद्र तिवारी शामिल हैं. नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मैं बांदा से सीधे आया इसलिए हाउस अरेस्ट नहीं हुआ, पुलिस हमारे घर पर मौजूद थी.

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प्रदर्शन में शामिल नेता विधान परिषद दीपक सिंह ने कहा कि यह अन्याय है. पुलिस ने हमें शांति मार्च नहीं निकालने दिया. प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेताओं के अलावा महिला प्रदर्शनकारियों को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया.

Last Updated : Jul 22, 2021, 1:20 PM IST
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