लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने डीएसपी जियाउल हक के हत्यारोपी गुलशन यादव को कुंडा से प्रत्याशी बनाया है. सपा के इस कदम पर कांग्रेस सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमलावर हो गई है. अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने इसे अखिलेश यादव की मुस्लिम विरोधी मानसिकता का एक और उदाहरण बताया. उन्होंने कहा कि मंच से मुस्लिम नेताओं को भगाने, पीटने और स्टूल पर बिठाने के बाद अब मुस्लिमों के हत्यरोपियों तक को अखिलेश यादव टिकट दे रहे हैं.
इसी के तहत सीबीआई ने भी रघुराज प्रताप सिंह को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन हत्या के एक आरोपी ने जियाउल हक की पत्नी को जेल से भेजे पत्र में बताया था कि हत्या रघुराज प्रताप के कहने पर हुई थी. इसके बाद परवीन आजाद इलाहाबाद हाईकोर्ट गईं, जहां कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया था. अब सीबीआई दोबारा इस मामले की जांच कर रही है. शाहनवाज आलम ने कहा कि अखिलेश यादव को बताना चाहिए कि एक फकीर जैसी कमजोर पसमांदा बिरादरी से आने वाले युवा मुस्लिम डीएसपी के हत्यारे को टिकट देकर वो क्या साबित करना चाहते हैं? क्या वो ये संदेश देना चाहते हैं कि मुसलमान सिर्फ ई रिक्शा चलाये और अधिकारी बनने का सपना भी न देखे?
शाहनवाज आलम ने कहा कि डीएसपी जियाउल हक के हत्यारोपी गुलशन यादव को टिकट देकर अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव के उस बयान पर मुहर लगा दी है कि अखिलेश मुस्लिम विरोधी हैं. वो नहीं चाहते थे कि जावीद अहमद को राज्य का डीजीपी बनाया जाए. जब मुलायम सिंह यादव ने उन्हें डीजीपी बनवा दिया, तो अखिलेश यादव ने नाराजगी में उनसे 15 दिनों तक बात नहीं की थी.
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शाहनवाज आलम ने कहा कि अखिलेश यादव भांप गए हैं कि मुसलमान अब कांग्रेस में घर वापसी करने जा रहे हैं. इसीलिए डराने के लिए वो मुसलमानों के हत्यरोपियों और दंगाइयों को कुंडा से अमरोहा तक टिकट दे रहे हैं. कभी जिन्ना और पाकिस्तान का नाम ले कर अपनी कुंठा प्रदर्शित कर रहे हैं. डीएसपी जियाउल हक के हत्यारोपी गुलशन यादव को हराने के लिए न सिर्फ पूरे सूबे से उलेमा हजरात कुंडा पहुंचेंगे, बल्कि प्रदेश भर के पसमांदा समाज के संगठन कांग्रेस के लिए समर्थन की अपील करेंगे.
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