लखनऊ : समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की याद में शनिवार को लखनऊ में शोक सभा का आयोजन किया गया. धरती पुत्र के नाम से पहचाने जाने वाले मुलायम सिंह यादव के निधन से हर धर्म और जाति के लोग शोक में हैं. प्रेस क्लब में आयोजित हुई मुलायम सिंह की शोक सभा में प्रदेश के कई बड़े चेहरों सहित मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी हिस्सा लिया.
मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए सभा में लोगों ने उनके कामों को याद किया. इस दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि नेता जी के जाने से देश व प्रदेश को एक बड़ा नुकसान हुआ है. उत्तर प्रदेश की इसी जनता ने उन्हें तीन बार जिताकर सूबे का मुख्यमंत्री बनाया तो वहीं नेता जी ने भी प्रदेश के विकास के लिए कई काम कर के दिखाए. मुलायम सिंह यादव अक्सर मुख्यमंत्री रहते हुए ईद व बकरीद पर ईदगाह पहुंचते थे वहीं कई बार उलमा से मिलने और उनका हाल चाल जानने वह उनके घर भी पहुंचे थे. मौलाना ने कहा कि मुलायम सिंह हर व्यक्ति की परेशानियों को सुनते और बिना किसी से भेदभाव रखकर सबका काम किया करते थे. उनका जाना देश के सेकुलरसिम का भी एक बड़ा नुकसान है.
शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ज़मीन से जुड़े नेता थे और पंक्ति में बैठे अंतिम व्यक्ति को नाम से पुकारते थे. मौलाना यासूब ने कहा कि यह काबिलियत बहुत कम नेताओं में होती है. आज पूरा मुल्क और दुनिया मुलायम सिंह यादव को याद कर रो रही है. जब ऐसा नेता इस दुनिया से रुखसत हुआ तो सियासत की दीवारें भी गिर गईं और हर कोई उनको याद कर रो रहा है.