लखनऊ: फिरोजाबाद में बच्चों की मौत मामले में सीएम योगी ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोविड नियंत्रण व अन्य महत्वपूर्ण विषयों को लेकर बैठक की और जरूरी दिशा निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने फिरोजाबाद में बच्चों की मौत के मामले में लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि फिरोजाबाद में डेगूं व अन्य वायरल बीमारियों की रोकथाम के लिए अतिरिक्त बेड, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, दवाइयां, जांच उपकरण आदि की व्यवस्था की गई है. आवश्यकतानुसार इसमें और बढ़ोतरी की जाए. जनपद की स्थिति पर 24×7 नजर रखी जाए. सीएम हेल्पलाइन से भी मरीजों के परिजनों से संपर्क किया जाए. लोगों को जागरूक करें कि बीमारी के हल्के लक्षण होने पर भी तत्काल निकटतम अस्पताल से संपर्क करें.
सीएम ने कहा कि ग्राम्य विकास, नगर विकास, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन विभाग अंतर्विभागीय समन्वय के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष अभियान चलाया जाए. आशा, संगिनी, आंगनबाड़ी सहित सभी संबंधित कर्मियों को सक्रिय किया जाए. शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो. पानी उबाल कर छान कर पीने की जानकारी दें. क्लोरीन की गोलियां वितरित की जाएं. पंचायती राज और नगर विकास विभाग द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में भी स्वच्छता-सैनीटाइजेशन का कार्य कराया जाए. यह सभी कार्य मिशन मोड में सभी 75 जिलों में तत्काल प्रारम्भ कर दिए जाएं.
निगरानी समितियों को एक्टिव किया जाए. सीएम ने कहा कि बाढ़, अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए. वर्तमान में कुँवानों नदी को छोड़ शेष सभी नदियों के जलस्तर या तो स्थिर हैं अथवा कमी हो रही है. विगत दिनों में मैंने बहराइच, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, गोरखपुर, महराजगंज और वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया है. आपदा प्रबंधन बल सहित राहत एवं बचाव कार्य में लगे कार्मिकों की सेवाभावना सराहनीय है. परिस्थितियों को ध्यान में रखकर राहत कार्यों को और तेज करने की जरूरत है. सीएम ने बैठक में कहा कि प्रदेश के 28 जनपदों (अलीगढ़, अमरोहा, अयोध्या, बागपत, बलिया, बांदा, बस्ती, भदोही, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, कौशाम्बी, ललितपुर, महोबा, मथुरा, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, शामली, सीतापुर, सोनभद्र) में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है.
यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं. औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 से भी कम हो गया है और रिकवरी दर 98.7 फीसदी है. पिछले 24 घंटे में हुई 1 लाख 85 हजार 793 सैम्पल की टेस्टिंग में 64 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 10 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए. वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 227 रह गई है. यह सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है. थोड़ी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ाने का कारक बन सकती है.
उन्होंने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. अब तक 7 करोड़ 36 लाख 38 हजार 873 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 12 नए मरीजों की पुष्टि हुई. इसी अवधि में 31 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए. प्रदेश में अब तक 16 लाख 86 हजार 369 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं. इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं.
उन्होंने कहा कि एसजीपीजीआई, केजीएमयू और आरएमएल लखनऊ के तीन-तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की तीन टीम गठित कर जनपद फिरोजाबाद, मथुरा और आगरा में भेजा जाए. एक-एक मरीज की सेहत पर ध्यान दिया जाए. विशेषज्ञ चिकित्सकों की यह टीम स्थानीय डॉक्टरों का मार्गदर्शन करेगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जहां अब तक 7 करोड़ 75 लाख 48 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है. 6 करोड़ 47 लाख 78 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है. प्रदेश में अब तक 01 करोड़ 27 लाख से अधिक लोगों ने कोविड टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली है. इस स्थिति को और बेहतर करने की आवश्यकता है. कोविड टीके की दूसरी खुराक समय पर मिलना सुनिश्चित कराया जाए. जिन लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है, उनसे संवाद-संपर्क किया जाए.