लखनऊ: कांग्रेस की सिविक एंड सोशल आउटरीच टीम कामगारों की समस्याओं को लेकर उनके बीच जा रही है और उन्हें कांग्रेस पार्टी के साथ जोड़ रही है. उनकी सभी समस्याओं को कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा. सिविक एंड सोशल आउटरीच टीम के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संयोजक विक्रम पांडेय ने ईटीवी भारत से कहा कि इससे पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले काफी मजबूती मिलेगी.
उसी तर्ज पर हम लोगों ने उद्देश्य बनाया था कि कन्नौज में इत्र व्यापार है, फिरोजाबाद में कांच का सामान मिलता है, आगरा में पेठा मिलता है, अलीगढ़ के ताले हैं, मेरठ में स्पोर्ट्स का सामान, मुरादाबाद में पीतल का काम, बरेली में मांझा बेंत, फर्नीचर और जरी के काम होते हैं. इसके अलावा भी जो छोटे-छोटे शहरों में मथुरा के पेड़े या रामपुर का चाकू, हापुड़ की चादर, गाजियाबाद में स्क्रैप का काम. ऐसी कम्युनिटीज, ऐसे व्यापारी, वहां मजदूरी करने वाले लोगों को उनकी वर्तमान दशा क्या है? कोरोना में उनकी क्या स्थिति हुई? क्या सरकार की तरफ से कोई लाभ दिया गया? मौजूदा कार्य कितना प्रभावित हुआ है? कितना सहयोग उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से दिया जा रहा है? इन सब विषयों को सिविक एंड सोशल आउटरीच विभाग के साथियों की तरफ से एकत्रित किया जा रहा है.
प्रदेश संयोजक विक्रम पांडेय बताते हैं कि ऐसे वर्गों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जाएगा. हर जाति, वर्ग हमारे साथ जुड़ रहा है. कांग्रेस पार्टी की तरफ से विधानसभा चुनाव के लिए जो घोषणा पत्र तैयार किया जा रहा है, उसमें इन सभी कामगारों, उद्योग धंधों के मालिकों की समस्याओं को प्रमुखता से रखा जाएगा. कांग्रेस पार्टी का वादा है कि उत्तर प्रदेश में अगर कांग्रेस की सरकार बनेगी तो इनकी समस्याओं का निदान भी जरूर कराया जाएगा. बड़े स्तर पर कांग्रेस पार्टी को इसका लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में प्राप्त होगा, ऐसी हमें पूरी उम्मीद है.
सिविक एंड सोशल आउटरीच विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों में पदाधिकारी तैनात किए हैं. उन्हें जिला संयोजक का पद दिया गया है और उनके नीचे भी टीम काम कर रही है. उद्योग धंधों के मालिकों, कारखानों में काम करने वाले कामगारों के बीच पहुंच कर, उनकी समस्याओं को प्रमुखता से नोट किया जा रहा है. कोई भी कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी इच्छा से जुड़ना चाह रहा है तो उसे सिविक एंड सोशल आउटरीच के जरिए कांग्रेस पार्टी के साथ जोड़ा भी जा रहा है. इससे नए लोग पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं. पार्टी का खोया विश्वास फिर से वापस हो रहा है.
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उत्तर प्रदेश में सिविक एंड सोशल आउटरीच टीम की जिम्मेदारी पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो हिस्सों में बांटी गई है. इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश का संयोजक विक्रम पांडेय को बनाया गया है तो पूर्वांचल का क्षेत्र श्रीकांत शुक्ला के हाथों में सौंपा गया है. इस क्षेत्र में वे संयोजक की भूमिका निभा रहे हैं. इन दोनों संयोजकों के अधीन प्रदेश भर के जिलों में पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जो काम में लगे हुए हैं.