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खबर का असर: वीरान पड़े स्कूल में बच्चों ने लिया प्रवेश, नियुक्त किए गए तीन शिक्षक

साल 2014 में बख्शी का तालाब के सैरपुर गांव में राजकीय इंटर काॅलेज बनने का प्रस्ताव पास हुआ था. जिसको 2016 में पूरा होना था. प्रथम किश्त के तौर पर 2 करोड़ रुपये का फंड भी मिल गया था, लेकिन बीते कुछ वर्षों में स्कूल का निर्माण कार्य रुक गया था.

राजकीय इंटर कॉलेज सैरपुर का उद्घाटन
राजकीय इंटर कॉलेज सैरपुर का उद्घाटन
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Published : Jun 8, 2022, 8:39 PM IST

लखनऊः 28 मई को "करोड़ों की लागत से बनाया जा रहा था शिक्षा का मंदिर, आज पड़ा है वीरान" शीर्षक से ETV BHARAT पर खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है. वर्षों से आधे-अधूरे बने राजकीय इंटर कॉलेज सैरपुर में अब रौनक दिखाई देगी.

जानकारी देते संवाददाता जितेंद्र वर्मा

राजधानी के चिनहट ब्लॉक स्थित बसावन पुरवा रैथा गांव में राजकीय इंटर कॉलेज सैरपुर का बुधवार को शुभारंभ हुआ. इसका उद्घाटन बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला, ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र कुमार तिवारी व जिला विद्यालय निरीक्षक अमरकांत सिंह ने किया. उद्घाटन के पहले दिन बच्चों ने प्रवेश भी लिया. ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र कुमार तिवारी ने जानकारी बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज में बालक और बालिकाओं दोनों के पढ़ने की सुविधा रहेगी. बुधवार को कक्षा 6 और 9 में बच्चों ने प्रवेश लिये हैं. जुलाई के बाद से कक्षा 11 में भी प्रवेश लिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि बच्चों की पढ़ाई शुरू हो सके इसके लिये तीन शिक्षक नियुक्त किए गए हैं. जल्द ही शिक्षक और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. अभी कॉलेज में प्रधानाचार्य के कार्यभार की जिम्मेदारी प्रज्ञा मिश्रा को दी गई है.

क्षेत्रीय निवासी महेंद्र ने स्कूल के शुरू होने पर ईटीवी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि स्कूल शुरू होने से 30 से 35 गांव के बच्चे अब लाभान्वित हो सकेंगे. स्कूल न होने के चलते बच्चों को पढ़ने के लिए काफी दूर जाना पड़ता था. अब गांव के लोगों को काफी राहत मिलेगी.

विपिन शुक्ला ने बताया कि अभी तक हमारे क्षेत्र में 10 किलोमीटर तक कोई भी स्कूल नहीं था. स्कूल के खुलने से सबसे ज्यादा कई गांव की लड़कियां शिक्षा से लाभान्वित होंगी. स्कूल की समस्या को लेकर क्षेत्रीय लोग काफी परेशान थे. पहली बार ऐसा हुआ है कि इस क्षेत्र में राजकीय इंटर कॉलेज का शुभारंभ हो सका है.

ये भी पढ़ें : करोड़ों की लागत से बनाया जा रहा था "शिक्षा का मंदिर", आज पड़ा है वीरान जानिये क्यों?
वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि विद्यालय पूर्ण रूप से तैयार हो चुका है. शौचालय, पीने के पानी आदि कि जो समस्याएं थीं वह भी पूरी कर ली गई हैं. बाकी का बचा हुआ काम बजट पास होते ही पूरा करा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि फर्नीचर को लेकर ग्रांट की मंजूरी मिल गई है. जल्द ही स्कूल में फर्नीचर आदि भी उपलब्ध करा दिया जाएगा.

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लखनऊः 28 मई को "करोड़ों की लागत से बनाया जा रहा था शिक्षा का मंदिर, आज पड़ा है वीरान" शीर्षक से ETV BHARAT पर खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान ले लिया है. वर्षों से आधे-अधूरे बने राजकीय इंटर कॉलेज सैरपुर में अब रौनक दिखाई देगी.

जानकारी देते संवाददाता जितेंद्र वर्मा

राजधानी के चिनहट ब्लॉक स्थित बसावन पुरवा रैथा गांव में राजकीय इंटर कॉलेज सैरपुर का बुधवार को शुभारंभ हुआ. इसका उद्घाटन बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला, ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र कुमार तिवारी व जिला विद्यालय निरीक्षक अमरकांत सिंह ने किया. उद्घाटन के पहले दिन बच्चों ने प्रवेश भी लिया. ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र कुमार तिवारी ने जानकारी बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज में बालक और बालिकाओं दोनों के पढ़ने की सुविधा रहेगी. बुधवार को कक्षा 6 और 9 में बच्चों ने प्रवेश लिये हैं. जुलाई के बाद से कक्षा 11 में भी प्रवेश लिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि बच्चों की पढ़ाई शुरू हो सके इसके लिये तीन शिक्षक नियुक्त किए गए हैं. जल्द ही शिक्षक और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. अभी कॉलेज में प्रधानाचार्य के कार्यभार की जिम्मेदारी प्रज्ञा मिश्रा को दी गई है.

क्षेत्रीय निवासी महेंद्र ने स्कूल के शुरू होने पर ईटीवी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि स्कूल शुरू होने से 30 से 35 गांव के बच्चे अब लाभान्वित हो सकेंगे. स्कूल न होने के चलते बच्चों को पढ़ने के लिए काफी दूर जाना पड़ता था. अब गांव के लोगों को काफी राहत मिलेगी.

विपिन शुक्ला ने बताया कि अभी तक हमारे क्षेत्र में 10 किलोमीटर तक कोई भी स्कूल नहीं था. स्कूल के खुलने से सबसे ज्यादा कई गांव की लड़कियां शिक्षा से लाभान्वित होंगी. स्कूल की समस्या को लेकर क्षेत्रीय लोग काफी परेशान थे. पहली बार ऐसा हुआ है कि इस क्षेत्र में राजकीय इंटर कॉलेज का शुभारंभ हो सका है.

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वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि विद्यालय पूर्ण रूप से तैयार हो चुका है. शौचालय, पीने के पानी आदि कि जो समस्याएं थीं वह भी पूरी कर ली गई हैं. बाकी का बचा हुआ काम बजट पास होते ही पूरा करा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि फर्नीचर को लेकर ग्रांट की मंजूरी मिल गई है. जल्द ही स्कूल में फर्नीचर आदि भी उपलब्ध करा दिया जाएगा.

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