लखनऊ: लोकदल के अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों का सम्मान समारोह आयोजित किया. इस दौरान किसान आंदोलन में शामिल 83 किसानों और नौजवानों को सम्मानित किया गया. यहां सुनील सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार समेत उत्तर प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों को किसानों की समस्याओं को लेकर कटघरे में खड़ा किया.
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी किसानों का भला नहीं सोच सकती. किसानों की समस्या तभी हल होगी, जब उत्तर प्रदेश में कोई किसान मुख्यमंत्री बने. उन्होंने कहा कि अब जब चुनाव करीब आ रहा है, तो सभी पार्टियां किसानों को अपने पक्ष में करने के लिए जतन कर रही हैं. हकीकत यही है कि पार्टियों के नेता किसान आंदोलन में समर्थक तक देने नहीं पहुंचे.
उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि किसान की एक नजर दिल्ली की गद्दी पर, तो दूसरी नजर खेत की मेंढ़ पर होना चाहिए. अब जरूरत है कि किसान आगे आएं और राजनीति में कदम रखें. हम संयुक्त किसान मोर्चा के सभी नेताओं से अपील करते हैं कि वो इस चुनाव में हिस्सेदारी करें. 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ें. सुनील सिंह ने राकेश टिकैत से भी आग्रह किया कि वो प्रतिनिधित्व करें. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर किसानों और नौजवानों को मैदान में उतारेगी.
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लखीमपुर के तिकुनिया में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को एसआईटी ने घटना के लिए पूरी तरह जिम्मेदार माना है. इस पर सुनील सिंह ने कहा कि पता नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे हैं? आखिर क्यों अजय मिश्रा टेनी अपने पद से इस्तीफा नहीं दे रहे? प्रधानमंत्री को सोचना चाहिए कि वह कैसे अपने मंत्रिमंडल में उन्हें मंत्री बनाए रख सकते हैं.
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