लखनऊ : पीजीआई कर्मियों को निवेश करने पर प्रति माह ब्याज का झांसा देकर कई लाख ऐंठने का मुकदमा पीजीआई कोतवाली में दर्ज हुआ है. लखनऊ के पीजीआई थाने में एक फ्रॉड कंपनी के खिलाफ 8 लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि कंपनी द्वारा पीजीआई कर्मियों को निवेश के नाम पर प्रतिमाह 15% ब्याज का लालच दिया गया था. ठगी का शिकार होने पर पीड़ितों ने पीजीआई थाने में कंपनी के एमडी व कंपनी के अन्य साथियों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है.
इंस्पेक्टर पीजीआई धर्मपाल सिंह ने बताया कि पीड़ित शैलेंद्र तिवारी के मुताबिक एमएलएम कंपनी मैक्सी जॉन टच की तरफ से बातचीत की गई थी. बातचीत में एमडी चंद्रभान सिंह, शाखा प्रबंधक देवेंद्र प्रताप सिंह व दानवीर सिंह ने पीजीआई कर्मियों को निवेश के नाम पर 15% ब्याज देने की बात कही थी. सभी साथियों को ऑफर पसंद आया था. इसके बाद शैलेंद्र सिंह ने कंपनी में 4 लाख, इंद्रजीत सिंह सोलंकी ने 18 लाख, अरविंद कुमार वैभव ने 6 लाख, अमित कुमार ने 3 लाख, कपिल शुक्ला ने दो लाख, वीरेंद्र सिंह ने एक लाख, वीरेंद्र कुमार ने 10 लाख, अरविंद कुमार विश्वकर्मा ने 7 लाख कंपनी में निवेश किए थे. इन सभी लोगों को कंपनी की तरफ से कुछ माह तक ब्याज दिया गया. सभी लोगों का आरोप है कि कंपनी ने करीब 51 लाख का फ्रॉड किया है.
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पीड़ितों का कहना है कि कंपनी ने फरवरी के बाद से ब्याज देना बंद कर दिया था. ऐसे में सभी ने इसका विरोध किया. इस पर कंपनी ने शेयर मार्केट गिरने का हवाला देते हुए ब्याज देने से मना कर दिया. पीड़ितों ने पीजीआई कोतवाली पहुंचकर चंद्रभान सिंह, प्रियंका सिंह, देवेंद्र प्रताप व कई अन्य के खिलाफ थाने पर तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर इन सभी लोगों पर पीजीआई कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है.
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