लखनऊ: पार्टी मुख्यालय पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को समीक्षा बैठक की. यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था, ऐसे में पार्टी के अस्तित्व पर ही संकट मंडराने लगा था. अब बसपा अध्यक्ष ने बैठक करके संगठन की ओवरहालिंग की. मायवती ने विधानसभा वार फिर से संगठन का ढांचा खड़ा करने के निर्देश दिए. कयास लगाए जा रहे हैं कि बसपा इस बार निकाय चुनाव में हाथ आज़मा सकती है.
शहरों में बनेगी सेक्टर कमेटी: लखनऊ मंडल प्रभारी के मुताबिक बसपा प्रमुख मायावती ने शहरी क्षेत्रों में भी संगठन को मजबूत करने का निर्देश दिया है. इस बार वार्ड कमेटी नहीं बनेंगी. पार्टी प्रमुख ने 10 से 12 बूथ पर एक सेक्टर कमेटी बनाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा नगर कमेटी, महानगर कमेटी और नगर पंचायत कमेटी भी बनाई जाएंगी. इसका निर्देश सभी जिला अध्यक्षों को दिया जा चुका है.
आजमगढ़ उपचुनाव पर समीक्षा: आजमगढ़ उपचुनाव के बाद हुई समीक्षा बैठक में मंडल प्रभारी और अन्य पदाधिकारी शामिल हुए. इसमें मायावती ने संगठन को मजबूती से फिर से खड़ा करने के निर्देश दिए.
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हार के बाद पार्टी में यह बदलाव हुए-
- जोनल कॉर्डिनेटर का पद खत्म: बसपा में जोनल कॉर्डिनेटर प्रभावशाली पद था. टिकट बंटवारे में इनका अहम योगदान रहता था. यह पद अब पार्टी में खत्म कर दिया है. इसकी जगह अब मंडल प्रभारी बनाये गए हैं. एक मंडल में तीन प्रभारी तैनात किए गए हैं.
- भाई चारा कमेटी समाप्त: बसपा में सवर्ण, दलित, मुस्लिम को जोड़ने वाली भाई चारा कमेटी को समाप्त कर दिया गया है. इसकी जगह पर अब विधानसभा सचिव बनाए गए हैं. एक विधानसभा में चार सचिव बनाए जा रहे हैं. इसमें एक सवर्ण, एक एससी, एक ओबीसी, एक मुस्लिम सचिव होगा. वहीं किसी भी जिले में अधिकतम 6 जिला सचिव होंगे.
- हर विधानसभा में 75 हजार सदस्य: मायावती ने विधानसभा वार संगठन दोबारा खड़ा करने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए पार्टी पदाधिकारियों से विधानसभा वार 75 हजार सदस्य जोड़गी.
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