भिंड। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाला चम्बल पुल एक बार फिर क्षतिग्रस्त हो गया है. रेत और गिट्टी के भारी वाहनों के गुज़ारने और जाम में घंटों खड़े रहने से पुल में ख़राबी आ गई है. ऐसे रविवार यानी 26 जून की रात से पुल पर भारी वाहनों के गुज़रने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. आने वाले कुछ दिनों तक इस पुल पर मरम्मत कार्य किया जाएगा.
हलके वाहनों को पुल से गुजरने की इजाजत: भिंड ज़िला कलेक्टर को पत्र लिख कर इस बात की जानकारी खुद यूपी के इटावा कलेक्टर ने दी है कि भिंड और इटावा ज़िले की सीमा पर बना चम्बल पुल भारी वाहनों की वजह से क्षतिग्रस्त हुआ है, जिसकी वजह से मरम्मत कराने के लिए 27 जून से मरम्मत कार्य पूरा होने तक पुल पर आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी. हालांकि, इस अवधि में हलके वाहनों को पुल से निकालने के लिए इजाज़त रहेगी.
भारी वाहनों के लिए परिवर्तित रहेगा मार्ग: यातायात बहाल रखने के लिए चम्बल पुल के बजाय भारी वाहनों का आवागमन परिवर्तित मार्ग द्वारा रहेगा, जिसमें भिंड की ओर जाने वाले वाहन जालौन और शिकोहाबाद के रास्ते भिंड जाएंगे या चकरनगर-सहसों-फूप होते हुए भिंड जाएंगे. वहीं, भिंड की ओर से आगरा-कानपुर जाने वाले वाहन उसी रास्ते से आवागमन करेंगे.
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कभी भी हो सकता है हादसा:बता दें कि चम्बल का पुल पहली बार क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है इससे पहले भी कई बार पुल में भारी वाहनों के आवागमन के कारण खराबी आ चुकी है और यह पुल बुरी तरह जर्जर हो चुका है जो कभी भी बड़े हादसा का कारण बन सकता है.
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