लखनऊ : त्योहार के दिनों में मिठाइयां काफी समय पहले से ही बन जाती हैं. लंबे समय से बनी होने की वजह से इनमें सूक्ष्म बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बनते हैं. कई बार लोग रंग लगे हाथों से ही पकवान खा लेते हैं, जिससे रंगों का केमिकल पेट में जाकर गड़बड़ी करता है. बाजार में बनाई जाने वाली गुझिया और अन्य पकवानों में आमतौर पर एक ही तेल का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे खाद्य पदार्थ में ट्रांस फैट इक्टठा होने लगता है और मोटापा बढ़ता है. त्योहार में लोग एक साथ अधिक मात्रा में दूध ले लेते हैं इसलिए इन्हें आवश्यकतानुसार गर्म करते रहें. आइये डॉक्टर से जानते हैं कि त्योहार में खानपान कैसा रखें...
सिविल अस्पताल के फिजिशियन वरिष्ठ डॉ. आनंद ओझा (Dr Anand Ojha, Senior Physician at Civil Hospital) ने कहा कि होली के दिन एक घर से दूसरे घर पहुंचते ही चाय या कॉफी का कप तैयार मिलता है. ज्यादा चाय या कॉफी पीने से एसिडिटी की समस्या होने लगती है और भूख मर जाती है. कुछ लोग इस दौरान मीठे से तो परहेज करते हैं लेकिन नमकीन ज्यादा खाते हैं, जिससे कैलोरी की मात्रा और कोलेस्ट्रोल लेवल भी बढ़ जाता है. दिनभर तला-भुना खाने के बाद शाम को हल्का भोजन कर सकते हैं. गर्भवती महिलाओं, फीडिंग मदर और बुजुर्गों को तली-भुनी और मसाले वाली चीजों से परहेज करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि होली की पार्टी में चटपटे नाश्ते के साथ ढेर सारे सलाद भी रखिए. आप उबले काबुली चनों में कच्ची अमिया, खीरा, टमाटर, शिमला मिर्च, गाजर आदि कद्दूकस करके मिलाएं. इसमें हलका सा चाट मसाला और दो चम्मच ऑलिव आयल मिलाएं. होली के दिन मेहमानों को आप अलग किस्म के मॉकटेल पेश कर सकती हैं, जो स्वादिष्ट भी हो और सेहतमंद भी. कच्चे नारियल के पानी में आप उतनी ही मात्रा में मनपसंद शीतल पेय मिलाएं. इसमें एक चम्मच चीनी, आधा चम्मच नमक और चुटकी भर जीरा पाउडर मिलाएं. ऊपर से पुदीने की पत्ती डाल कर सर्व करें. आप नमकीन पानीदार लस्सी भी दे सकती हैं.
ऊर्जादायक आहार
इसमें अनाज, गेहूं, चावल, जौ, बाजरा, मक्का, घी, तेल, गुड़, शक्कर, मक्खन, आलू, शकरकंद, जमींकंद आदि शामिल हैं.
बलकारी आहार
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, मजबूती के लिए एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन से भरपूर मेवे, दालें, पनीर व दूध आदि शामिल हैं.
रक्षाकारी आहार
संभव हो तो घर का बना दही और पनीर इस्तेमाल करें. विटामिन्स, फाइटो विटामिन्स व खनिज लवणों से युक्त फल, सब्जियां आदि दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं.
बच्चों का आहार
पनीर, दालें, अनाज, विटामिन ए, सी व ई युक्त पदार्थ, अंडे, ताजा फल व सब्जियों का जूस आदि दे सकते हैं.
महिलाओं की थाली, संतुलित आहार के साथ बादाम, अखरोट, अंजीर खाएं. कैल्शियम के साथ भरपूर डेयरी प्रोडक्ट्स भी ले सकते हैं.
युवाओं का मैन्यू
प्रोटीन चीजें, अंडे, हरी सब्जियां व फलों का सेवन करें. शरीर में फ्लूड इनटेक ज्यादा न करें. 10-12 गिलास पानी पीएं.
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