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BBAU में कुलसचिव, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक नियुक्ति पर विवाद, इंटरव्यू में FIXING का आरोप - पूर्व छात्र दिवाकर यादव ने लगाए आरोप

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ (BBU) में कुलसचिव, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति पर विवाद खड़ा हो गया है. कुलपति प्रो. संजय सिंह पर गंभीर आरोप लग रहे हैं.

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Published : Jul 18, 2022, 3:42 PM IST

लखनऊः बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ (BBAU) में कुलसचिव, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक की नियुक्तियां कर दी गई हैं. कुलसचिव के पद पर अश्विनी कुमार सिंह, वित्त अधिकारी के पद पर डॉ. एके मोहंती और परीक्षा नियंत्रक के पद पर विक्रम सिंह यादव की नियुक्ति हुई हैं. कुलपति प्रो. संजय सिंह द्वारा की गई यह नियुक्तियां सवालों के घेरे में हैं. कुलसचवि पद पर हुई नियुक्ति के लिए बीएचयू कनेक्शन पर सवाल उठाए जा रहे हैं. दूसरा सबसे बड़ा सवाल है कि विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी के पद को लेकर याचिका की अगली सुनवाई 18 जुलाई यानी आज सोमवार को होनी है. ऐसे में दो दिन पहले नियुक्तियां किए जाने पर सवाल उठना लाजमी है.

यह भी पढ़ें: जौनपुर: टॉयलेट की खुदाई में निकले सोने के सिक्के, पुलिस ने किए जब्त

साक्षात्कार से पहले ही नाम आए गए थे सामने
दरअसल इन पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षात्कार से पहले ही FIXING के आरोप तक लगे थे. इस विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र दिवाकर यादव ने उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव विनीत जोशी को लिखित शिकायत भेजी थी. यह शिकायत 12 जुलाई को भेजी गई. जिसमें, कुलपति प्रो. संजय सिंह के द्वारा 15 जुलाई को कुलसचिव की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार कराने और अश्विनी कुमार सिंह के नाम पर मुहर लगाए जाने की बात का खुलासा किया गया था. पूर्व छात्र ने नियुक्ति के बीएचयू कनेक्शन पर सवाल उठाए. उनका आरोप रहा कि कुलपति प्रो. संजय सिंह बीएचयू से हैं और अश्विनी कुमार सिंह भी बीएचयू में उप कुलसचिव पद पर कार्यरत हैं.

नियुक्ति में जल्दबाजी क्यों?
सवाल नियुक्तियों में जल्दबाजी को भी लेकर उठ रहे हैं. बीबीएयू में यह प्रशासनिक पद काफी लम्बे समय से खाली चल रहे थे. अब नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई. वित्त अधिकारी के पद को लेकर याचिका की अगली सुनवाई 18 जुलाई यानी आज होनी थी. याचिकाकर्ता ने नियुक्ति को रोकने के लिए याचिका दायर की थी. उसपर बहस होनी थी लेकिन, विश्वविद्यालय ने उससे पहले ही प्रबंधन समिति की बैठैक करके लिफाफे खोल दिए गए हैं.

लखनऊः बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ (BBAU) में कुलसचिव, वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक की नियुक्तियां कर दी गई हैं. कुलसचिव के पद पर अश्विनी कुमार सिंह, वित्त अधिकारी के पद पर डॉ. एके मोहंती और परीक्षा नियंत्रक के पद पर विक्रम सिंह यादव की नियुक्ति हुई हैं. कुलपति प्रो. संजय सिंह द्वारा की गई यह नियुक्तियां सवालों के घेरे में हैं. कुलसचवि पद पर हुई नियुक्ति के लिए बीएचयू कनेक्शन पर सवाल उठाए जा रहे हैं. दूसरा सबसे बड़ा सवाल है कि विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी के पद को लेकर याचिका की अगली सुनवाई 18 जुलाई यानी आज सोमवार को होनी है. ऐसे में दो दिन पहले नियुक्तियां किए जाने पर सवाल उठना लाजमी है.

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साक्षात्कार से पहले ही नाम आए गए थे सामने
दरअसल इन पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षात्कार से पहले ही FIXING के आरोप तक लगे थे. इस विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र दिवाकर यादव ने उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव विनीत जोशी को लिखित शिकायत भेजी थी. यह शिकायत 12 जुलाई को भेजी गई. जिसमें, कुलपति प्रो. संजय सिंह के द्वारा 15 जुलाई को कुलसचिव की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार कराने और अश्विनी कुमार सिंह के नाम पर मुहर लगाए जाने की बात का खुलासा किया गया था. पूर्व छात्र ने नियुक्ति के बीएचयू कनेक्शन पर सवाल उठाए. उनका आरोप रहा कि कुलपति प्रो. संजय सिंह बीएचयू से हैं और अश्विनी कुमार सिंह भी बीएचयू में उप कुलसचिव पद पर कार्यरत हैं.

नियुक्ति में जल्दबाजी क्यों?
सवाल नियुक्तियों में जल्दबाजी को भी लेकर उठ रहे हैं. बीबीएयू में यह प्रशासनिक पद काफी लम्बे समय से खाली चल रहे थे. अब नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई. वित्त अधिकारी के पद को लेकर याचिका की अगली सुनवाई 18 जुलाई यानी आज होनी थी. याचिकाकर्ता ने नियुक्ति को रोकने के लिए याचिका दायर की थी. उसपर बहस होनी थी लेकिन, विश्वविद्यालय ने उससे पहले ही प्रबंधन समिति की बैठैक करके लिफाफे खोल दिए गए हैं.


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