लखनऊ : 2008 बैच के आईएएस अफसर विद्या भूषण ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है. सूत्रों का कहना है कि व्यक्तिगत कारण का हवाला देते हुए IAS अफसर विद्या भूषण ने सरकार से वीआरएस मांगा है. वर्तमान में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के MD के पद पर विद्या भूषण तैनात हैं. विद्या भूषण IPS अधिकारी अलंकृता सिंह के पति हैं. कुछ दिन पूर्व सूचना दिए बगैर विदेश जाने के मामले में योगी सरकार ने IPS अलंकृता सिंह को निलंबित किया था.
इससे पहले भी उत्तर प्रदेश कैडर के 3 आईएएस अधिकारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की है. यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है. इससे पहले उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव अग्रवाल ने इस्तीफा देकर निजी कंपनी में बड़े पद पर नौकरी कर ली थी. उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में इन दिनों यह चर्चा आम है कि आईएएस अधिकारियों की ताकत दिन पर दिन कम होती जा रही है. इसके अलावा उन पर सख्ती और सर्विलांस बहुत अधिक हो गया है. इस वजह से वह अब इस सेवा को जारी रखने के इच्छुक नहीं हैं.
28 जुलाई को एक आदेश जारी हुआ, जिसमें 1987 बैच की वरिष्ठ आईएएस रेणुका कुमार को केंद्र सरकार में बिना प्रतिनियुक्ति पूरी हुए उनके मूल कैडर में उत्तर प्रदेश में प्रत्यावर्तित किया गया. जानकारी के मुताबिक, 25 जुलाई को ही रेणुका कुमार ने वीआरएस के लिए डीओपीटी की सचिव को आवेदन भेज दिया था. साथ ही मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव नियुक्ति को भी इस सम्बंध में पत्र भी भेजा है. इसके अलावा आईएएस विकास गोठनवाल 2003 और जूथिका पाटणकर 1988 ने भी वीआरएस मांगा है. विकास गोठलवाल स्टडी लीव पर चल रहे हैं. इससे पहले वे सचिव अवस्थापना और औद्योगिक विकास पर तैनात थे. स्वास्थ्य कारणों से विकास गोठनवाल ने भी वीआरएस मांगा है.
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1988 बैच की यूपी कैडर की IAS जूथिका पाटणकर ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए वीआरएस मांगा है. वह केंद्रीय सूचना आयोग में तैनात हैं. साल 2019 में उत्तर प्रदेश कैडर के संयुक्त सचिव स्तर के केंद्र में अधिकारी राजीव अग्रवाल ने भी इस्तीफा देकर टैक्सी स्टार्टअप उबर में उच्च पद पर जॉइन कर लिया था.
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