लखनऊ: आजादी के अमृत महोत्सव और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लखनऊ विश्वविद्यालय में पूरे दो साल बाद कार्यक्रम होने जा रहा है. ऐसे में 20 दिन पहले ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए तरह-तरह के सेमिनार और प्रोग्राम आयोजित हो रहे हैं. यह सब लखनऊ विश्वविद्यालय और योगा डिपार्टमेंट के सहयोग से आयोजित हो रहे हैं.
आपको बता दें कि यह सेमिनार और प्रोग्राम विभाग द्वारा कराया जा रहा है. इसमें सभी ट्रेनर और प्रोफेसर यूनिवर्सिटी के ही हैं. इस सेमिनार में योग से जुड़े हुए तमाम पहलुओं को बताया और समझाया जा रहा है ताकि आम पब्लिक और स्टूडेंट योग के महत्व को समझ सकें.
लखनऊ विश्वविद्यालय की डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि इस बार हम आजादी का 75वां वर्ष मना रहे हैं. आजादी के अमृत महोत्सव और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को इस बार हम एक साथ मनाने जा रहे हैं. 28 मई से ही योग दिवस के कार्यक्रम सेमिनार और वर्कशॉप शुरू हो गए हैं. सभी वर्कशॉप निशुल्क हैं. इसमें आम पब्लिक भी आ सकती है. नए और पुराने दोनों कैंपस में योग शिविर लगाया जा रहा है. इसमें योग विभाग के प्रोफेसर ट्रेनर के तौर पर मौजूद हैं.
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75 जगहों पर लगेंगे शिविर: 21 जून से 1 हफ्ते पहले लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से शहर के 75 लोकेशन पर योग शिविर लगाए जाएंगे. जहां पर निशुल्क योग ट्रेनिंग दी जाएगी. लखनऊ विश्वविद्यालय के योग विभाग के प्रोफेसर ट्रेनर के तौर पर मौजूद होंगे. जो सभी की काउंसलिंग करेंगे और योग की क्रियाओं के बारे में लोगों को समझाएंगे. हजारों की संख्या में पब्लिक मौजूद होगी. इन जगहों पर प्रोफेसर के साथ-साथ स्टूडेंट्स भी होंगे. उन्होंने कहा कि सेमिनार और प्रोग्राम में अष्टांग योग का वर्णन 'योग के आठ भाग', यम (संयम), नियम (पालन), आसन(आसन), प्राणायाम(श्वास), प्रत्याहार (वापसी), धारणा (एकाग्रता), ध्यान (ध्यान) और समाधि (अवशोषण) इन सभी को अभ्यास सत्र में सिखाया जा रहा है.
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