लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव की लड़ाई को और अधिक दिलचस्प बनाने में जुटी हुई है.
सूत्रों के अनुसार मेरठ में अखिलेश-जयंत की रैली 7 दिसंबर को होगी. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और राष्ट्रीय लोक दल (Rashtriya Lok Dal) की संयुक्त जनसभा में योगी सरकार की विफलताओं पर निशाना साधा जाएगा. इस जनसभा के माध्यम से समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी चुनावी तैयारियों को गति प्रदान करेंगे. दोनों दल यहां अपनी सियासी ताकत का एहसास कराएंगे.
एक दिन पहले जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत की थी. सूत्रों के अनुसार जयंत चौधरी ने गठबंधन के अंतर्गत खुद के लिए डिप्टी सीएम का पद भी मांगा था. हालांकि अभी इस पर कोई बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई है. वहीं सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल को 40 विधानसभा सीट देने को राजी हो गई है. इनमें कुछ सीटों पर समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार राष्ट्रीय लोकदल को देगी और रालोद के सिंबल पर यह सपा उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
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गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर आने वाले कुछ दिनों में औपचारिक मुहर लगने पर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी. दूसरी तरफ चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने को लेकर और तेजी से काम कर रहे हैं. इसी के अंतर्गत 7 दिसंबर को मेरठ में संयुक्त जनसभा का आयोजन किया गया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव छोटे दलों के साथ गठबंधन कर रहे हैं और उनके साथ मंच भी शेयर कर रहे हैं. गुरुवार को राजधानी लखनऊ में ही जनवादी पार्टी सोशलिस्ट के साथ उन्होंने महारैली को संबोधित भी किया. इससे पहले मऊ में ओमप्रकाश राजभर के साथ उन्होंने मंच साझा किया था और लगातार वह छोटे दलों के साथ गठबंधन को आगे बढ़ा रहे हैं.
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