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केजीएमयू के फोरेंसिक विभाग के पीजी में एक नहीं बल्कि होगी आठ सीटें - National Medical Commission

केजीएमयू के फोरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी विभाग की ओर से एमडी की सीट बढ़ाने के लिए साल की शुरुआत में आवेदन किया गया था. जून में एनएमसी की टीम ने निरीक्षण किया था. अब सीट बढ़ाने को हरी झंडी मिल गई है.

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Published : Aug 8, 2022, 8:02 PM IST

लखनऊ : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी विभाग में परास्नातक स्तर पर अब आठ सीटों पर दाखिले हो सकेंगे. दरअसल, अभी तक विभाग में एमडी फोरेंसिक साइंस की सिर्फ एक ही सीट थी. नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने विभाग का निरीक्षण करने के बाद आठ अतिरिक्त सीटें बढ़ाने पर सहमति दे दी है.



केजीएमयू के फोरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी विभाग की ओर से एमडी की सीट बढ़ाने के लिए साल की शुरुआत में आवेदन किया गया था. जून में एनएमसी की टीम ने निरीक्षण किया था. अब सीट बढ़ाने को हरी झंडी मिल गई है. विभागाध्यक्ष प्रो. अनूप कुमार वर्मा के अनुसार, फोरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञों की बढ़ती मांग की वजह से इसका फायदा मिलेगा. कुलपति ले. जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने सीट बढ़ने पर विभाग को बधाई दी है. फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी विभाग में एक विशिष्ट लैब तथा इनफॉर्मेशन सेंटर की शुरुआत होनी है. संबंधित विभाग ने इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है. अभी तक इस तरह की लैब किसी भी संस्थान में नहीं है.


केजीएमयू अब इलाज के साथ ही बीमारी से बचने के उपाय भी बताएगा. इसके लिए अमेरिका के हॉपकिंस विश्वविद्यालय के सहयोग से चिकित्सा विवि प्रदेश के हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर को मजबूत करेगा. इसके जरिये केजीएमयू शिक्षकों को चिकित्सा शिक्षा की बेहतर पढ़ाई कराने के लिए प्रशिक्षित भी करेगा. मालूम हो कि पिछले दिनों केजीएमयू की टीम ने कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण भी किया.

यह भी पढ़ें : नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही से लटका वेतन, कर्मचारियों में आक्रोश

इन केंद्रों पर तैनात चिकित्सक और स्टाफ को प्रशिक्षित करने के लिए केजीएमयू मॉड्यूल भी तैयार करेगा. प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के अनुसार जल्द ही प्रशिक्षण का काम शुरू हो जाएगा. इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं.

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लखनऊ : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी विभाग में परास्नातक स्तर पर अब आठ सीटों पर दाखिले हो सकेंगे. दरअसल, अभी तक विभाग में एमडी फोरेंसिक साइंस की सिर्फ एक ही सीट थी. नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने विभाग का निरीक्षण करने के बाद आठ अतिरिक्त सीटें बढ़ाने पर सहमति दे दी है.



केजीएमयू के फोरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी विभाग की ओर से एमडी की सीट बढ़ाने के लिए साल की शुरुआत में आवेदन किया गया था. जून में एनएमसी की टीम ने निरीक्षण किया था. अब सीट बढ़ाने को हरी झंडी मिल गई है. विभागाध्यक्ष प्रो. अनूप कुमार वर्मा के अनुसार, फोरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञों की बढ़ती मांग की वजह से इसका फायदा मिलेगा. कुलपति ले. जनरल डॉ. बिपिन पुरी ने सीट बढ़ने पर विभाग को बधाई दी है. फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी विभाग में एक विशिष्ट लैब तथा इनफॉर्मेशन सेंटर की शुरुआत होनी है. संबंधित विभाग ने इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है. अभी तक इस तरह की लैब किसी भी संस्थान में नहीं है.


केजीएमयू अब इलाज के साथ ही बीमारी से बचने के उपाय भी बताएगा. इसके लिए अमेरिका के हॉपकिंस विश्वविद्यालय के सहयोग से चिकित्सा विवि प्रदेश के हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर को मजबूत करेगा. इसके जरिये केजीएमयू शिक्षकों को चिकित्सा शिक्षा की बेहतर पढ़ाई कराने के लिए प्रशिक्षित भी करेगा. मालूम हो कि पिछले दिनों केजीएमयू की टीम ने कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण भी किया.

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इन केंद्रों पर तैनात चिकित्सक और स्टाफ को प्रशिक्षित करने के लिए केजीएमयू मॉड्यूल भी तैयार करेगा. प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के अनुसार जल्द ही प्रशिक्षण का काम शुरू हो जाएगा. इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं.

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