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कर्मयोगी योजना के तहत 50 छात्रों का चयन, जल्द शुरू करेंगे विभागों में काम

पिछले साल कर्मयोगी योजना शुरू की गई थी. 'कर्मयोगी' के दूसरे चरण के परिणामों में 50 छात्रों का चयन हुआ है. जल्द ही छात्र-छात्राएं अपने संबंधित विभागों में काम शुरू करेंगे.

लखनऊ विश्वविद्यालय
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Published : Jun 4, 2022, 7:42 AM IST

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय ने इन हाउस पेड इंटर्नशिप कार्यक्रम 'कर्मयोगी' के दूसरे चरण के परिणामों की घोषणा की है. इसके लिए 245 छात्रों ने आवेदन किया था और स्क्रीनिंग के बाद 50 छात्रों का चयन हुआ है. शुक्रवार को सभी स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरकर बाकी फॉर्मेलिटीज को पूरा किया. अब यह स्टूडेंट एक साल के लिए अपने कोर्स डिपार्टमेंट में पेड इंटर्नशिप करेंगे. इसके लिए इन्हें विश्वविद्यालय की ओर से एक एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट भी मिलेगा.

कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के नेतृत्व में शुरू किए गए कार्यक्रमों में इन हाउस पेड इंटर्नशिप भी एक है, जिससे छात्र विश्वविद्यालय परिसर में ही सीखने के साथ-साथ काम करने में भी सक्षम रहें. साथ ही पढ़ाई के साथ कमा सकें और श्रम के महत्व को समझें. इस मौके पर कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के साथ जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उमेश राय, क्लस्टर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बेचन लाल, डीन साइंस प्रोफेशन बृजेश सिंह ने छात्रों को सम्मानित किया और चयनित छात्रों को बधाई दी.

कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि कर्मयोगी योजना से युवाओं को सर्वश्रेष्ठ बनने में मदद मिलेगी. इस योजना से चयनित छात्र-छात्राओं को न केवल पेशेवर कौशल में उत्कृष्टता हासिल होगी, बल्कि वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने में उनका मनोबल भी बढ़ेगा.

जानकारी देतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला


डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. पूनम पांडे ने बताया कि पिछले साल कर्मयोगी योजना शुरू की गई थी. पहले चरण में चयनित छात्रों को इसका लाभ मिल चुका है. उन्हें 15 हजार की राशि के साथ कार्य अनुभव प्रमाण-पत्र दिया जा चुका है. इस योजना के अंतर्गत 50 दिनों के लिए प्रतिदिन 2 घंटे काम करना है. 2 घंटे के लिए छात्रों को 300 रुपये मानदेय मिलेगा.

उन्होंने कहा कि प्राप्त आवेदनों की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए समिति में विशेष रूप से एक छात्र प्रतिनिधि को भी नियुक्त किया गया है. समिति ने प्राप्त सभी 245 आवेदनों की जांच की और परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें : लखनऊ विश्वविद्यालय ने शुरू की शोध मेधा छात्रवृत्ति योजना, छात्राओं को होगा लाभ

इसके अलावा डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. अलका मिश्रा, प्रोफेसर संगीता साहू और प्रो. अमृतांशु शुक्ला ने सभी चयनित छात्रों को संबंधित कार्यस्थल विभागों के विषय में जानकारी दी. चयनित छात्र-छात्राओं ने छात्र हित में शुरू की गई इस योजना के लिए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को धन्यवाद दिया. छात्र-छात्राएं जल्द ही अपने संबंधित विभागों में काम शुरू करेंगे.


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लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय ने इन हाउस पेड इंटर्नशिप कार्यक्रम 'कर्मयोगी' के दूसरे चरण के परिणामों की घोषणा की है. इसके लिए 245 छात्रों ने आवेदन किया था और स्क्रीनिंग के बाद 50 छात्रों का चयन हुआ है. शुक्रवार को सभी स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरकर बाकी फॉर्मेलिटीज को पूरा किया. अब यह स्टूडेंट एक साल के लिए अपने कोर्स डिपार्टमेंट में पेड इंटर्नशिप करेंगे. इसके लिए इन्हें विश्वविद्यालय की ओर से एक एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट भी मिलेगा.

कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के नेतृत्व में शुरू किए गए कार्यक्रमों में इन हाउस पेड इंटर्नशिप भी एक है, जिससे छात्र विश्वविद्यालय परिसर में ही सीखने के साथ-साथ काम करने में भी सक्षम रहें. साथ ही पढ़ाई के साथ कमा सकें और श्रम के महत्व को समझें. इस मौके पर कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के साथ जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उमेश राय, क्लस्टर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बेचन लाल, डीन साइंस प्रोफेशन बृजेश सिंह ने छात्रों को सम्मानित किया और चयनित छात्रों को बधाई दी.

कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि कर्मयोगी योजना से युवाओं को सर्वश्रेष्ठ बनने में मदद मिलेगी. इस योजना से चयनित छात्र-छात्राओं को न केवल पेशेवर कौशल में उत्कृष्टता हासिल होगी, बल्कि वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने में उनका मनोबल भी बढ़ेगा.

जानकारी देतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला


डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. पूनम पांडे ने बताया कि पिछले साल कर्मयोगी योजना शुरू की गई थी. पहले चरण में चयनित छात्रों को इसका लाभ मिल चुका है. उन्हें 15 हजार की राशि के साथ कार्य अनुभव प्रमाण-पत्र दिया जा चुका है. इस योजना के अंतर्गत 50 दिनों के लिए प्रतिदिन 2 घंटे काम करना है. 2 घंटे के लिए छात्रों को 300 रुपये मानदेय मिलेगा.

उन्होंने कहा कि प्राप्त आवेदनों की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए समिति में विशेष रूप से एक छात्र प्रतिनिधि को भी नियुक्त किया गया है. समिति ने प्राप्त सभी 245 आवेदनों की जांच की और परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें : लखनऊ विश्वविद्यालय ने शुरू की शोध मेधा छात्रवृत्ति योजना, छात्राओं को होगा लाभ

इसके अलावा डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. अलका मिश्रा, प्रोफेसर संगीता साहू और प्रो. अमृतांशु शुक्ला ने सभी चयनित छात्रों को संबंधित कार्यस्थल विभागों के विषय में जानकारी दी. चयनित छात्र-छात्राओं ने छात्र हित में शुरू की गई इस योजना के लिए कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को धन्यवाद दिया. छात्र-छात्राएं जल्द ही अपने संबंधित विभागों में काम शुरू करेंगे.


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