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भारत महोत्सव 2021 में अवधी लोक नृत्य संग राजस्थानी नृत्य की मनोरम बयार बही - लखनऊ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट

लखनऊ में भारत महोत्सव 2021 हो रहा है. यहां शुक्रवार शाम को अवधी लोकनृत्य के साथ राजस्थानी नृत्य से कलाकारों ने लोगों का मन मोह लिया.

लखनऊ में भारत महोत्सव 2021
लखनऊ में भारत महोत्सव 2021
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Published : Dec 3, 2021, 10:06 PM IST

लखनऊ: सम्पूर्ण भारत के कला संस्कृति के प्रतीक कांशीराम स्मृति उपवन आशियाना लखनऊ में चल रहे भारत महोत्सव 2021 शुक्रवार शाम में अवधी लोकनृत्य संग राजस्थानी नृत्य की मनोरम बयार बही.

लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम
लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम

इसके पूर्व कार्यक्रम का उदघाटन लखनऊ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और उपाध्यक्ष नरेंद्र बहादुर सिंह ने दीप जलाकर किया. इस दौरान प्रियापाल, पवन कुमार पाल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम
लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम
भारत महोत्सव के चौथी सांस्कृतिक सन्ध्या का आराम्भ शक्ति श्रीवास्तव के गाए अवधी देवी गीत मईया खोली न किवड़या से हुआ. भक्ति भावना से ओतप्रोत इस प्रस्तुति के उपरान्त डॉ. अंजू भारती ने शेर भर चनवा और राम मोरे चल गईले भोजपुरी गीत को सुनकर श्रोताओं का मन मोहा.

लखनऊ भारत महोत्सव में कार्यक्रम में इस प्रस्तुति के बाद शबिना शैफी ने अपनी खनकती हुई आवांज में झूला गीत श्याम आया रे, रजनी तिवारी ने मैथिली गीत आजू मिथला नगरिया, एमन जावेद फारूकी ने गढ़वाली गीत मन भर मैन्गि और सीमा विरमानी एवं देवेन्द्र कुमार ने अपनी सुमधुर आवाद में पंजाबी टप्पे को सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दि.

ये भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा का साथ देंगे नीतीश कुमार, शर्तें लागू...!


मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के बाद जया श्रीवास्तव के गाए गीत होलिया में उड़े रे गुलाल कहियो रे मंगेतर से पर स्निग्धा मालवीय, उन्नति श्री और अक्क्षिता सिंह ने अवधी लोक नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी. दिल को जीत लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त अनन्या तिवारी, वर्तिका सक्सेना, मन्जीरी सक्सेना, सुरभि गौतम, सृष्टि सोनी और शिवम यादव ने राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया. कार्यक्रम का संचालन सम्पूर्ण शुक्ला और अरविन्द सक्सेना ने किया.

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लखनऊ: सम्पूर्ण भारत के कला संस्कृति के प्रतीक कांशीराम स्मृति उपवन आशियाना लखनऊ में चल रहे भारत महोत्सव 2021 शुक्रवार शाम में अवधी लोकनृत्य संग राजस्थानी नृत्य की मनोरम बयार बही.

लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम
लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम

इसके पूर्व कार्यक्रम का उदघाटन लखनऊ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और उपाध्यक्ष नरेंद्र बहादुर सिंह ने दीप जलाकर किया. इस दौरान प्रियापाल, पवन कुमार पाल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम
लखनऊ में भारत महोत्सव के चौथे दिन हुए रंगारंग कार्यक्रम
भारत महोत्सव के चौथी सांस्कृतिक सन्ध्या का आराम्भ शक्ति श्रीवास्तव के गाए अवधी देवी गीत मईया खोली न किवड़या से हुआ. भक्ति भावना से ओतप्रोत इस प्रस्तुति के उपरान्त डॉ. अंजू भारती ने शेर भर चनवा और राम मोरे चल गईले भोजपुरी गीत को सुनकर श्रोताओं का मन मोहा.

लखनऊ भारत महोत्सव में कार्यक्रम में इस प्रस्तुति के बाद शबिना शैफी ने अपनी खनकती हुई आवांज में झूला गीत श्याम आया रे, रजनी तिवारी ने मैथिली गीत आजू मिथला नगरिया, एमन जावेद फारूकी ने गढ़वाली गीत मन भर मैन्गि और सीमा विरमानी एवं देवेन्द्र कुमार ने अपनी सुमधुर आवाद में पंजाबी टप्पे को सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दि.

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