लखनऊ: यूपी के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दवाओं का संकट दूर होगा. क्योंकि अब दवा खरीद संबंधी प्रक्रिया सेंट्रलाइज की जा रही है. इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने ड्रग कॉरपोरेशन के साथ हाथ मिलाया है. कॉरपोरेशन ने 294 किस्म की दवाएं मुहैया कराने का फैसला किया है.
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. एनसी प्रजापति के मुताबिक राज्य में 28 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं. इनमें कॉलेज प्रशासन खुद के स्तर से दवा की खरीदारी करता था. अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में दवा खरीदारी से समय पर दवा की आपूर्ति नहीं हो पाती थी. किसी न किसी मेडिकल कॉलेज में कुछ न कुछ दवाओं का संकट बना रहता था. वहीं, अब दवा खरीदारी की व्यवस्था सेंट्रलाइज की जाएगी. कुल 1194 किस्म की दवाओं की डिमांड ड्रग कॉरपोरेशन को भेजी गई थी. कॉरपोरेशन ने 294 सस्ती दवाओं की आपूर्ति के लिये हरी झंडी दे दी है. शेष दवाएं कैसे खरीदी जाएंगी इस पर मंथन चल रहा है.
नर्सिंग कोर्स शुरू करने की तैयारी : चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. एनसी प्रजापति के मुताबिक अभी तक राज्य के 5 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई हो रही है. यह कॉलेज सैफई, मेरठ, झांसी, पीजीआई और केजीएमयू हैं. इसमें 338 बीएससी नर्सिंग की सीटें हैं. वहीं, शैक्षिक सत्र 2021-22 के लिए छह नए मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कोर्स की मान्यता दी गई है. यह मेडिकल कॉलेज आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, कन्नौज, ग्रेटर नोएडा, आरएमएल लखनऊ हैं. इनमें 40-40 सीटें बीएससी नर्सिंग की बढ़ाई गई हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार ने 240 सीटों का इजाफा किया है. अब नर्सिंग की सरकारी सीटें 338 से बढ़कर 578 हो गई हैं. इन सीटों पर इंटर बायोलॉजी पास छात्र दाखिला ले सकते हैं. कोर्स में दाखिले के लिए नीट की परीक्षा पास करनी होगी.
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11 और कॉलेजों को मिली हरी झंडी : डॉ. एनसी प्रजापति के मुताबिक 28 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कोर्स शुरू होगा. इसमें 6 राजकीय मेडिकल कॉलेज अंबेडकरनगर, जालौन, आजमगढ़, सहारनपुर, बांदा, बदायूं में कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके अलावा 5 राज्य शासकीय मेडिकल कॉलेज हरदोई, शाहजहांपुर, बहराइच, बस्ती, अयोध्या में बीएससी नर्सिंग की 60-60 सीटें संचालित की जाएंगी. इसके लिए पदों के सृजन करने के निर्देश दिए गए हैं.
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