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लखनऊ: रोडवेज बस सेवा से वंचित 1090 गांवों को मिलेगी बस सुविधा, प्रशासन ने जारी किए टेंडर

उत्तर प्रदेश की राजधानी से लगे रोडवेज बस सेवा से वंचित तमाम गांवों को जल्द ही बस सेवा से जोड़ा जाएगा. लखनऊ के 3 क्षेत्रों के ऐसे असेवित गांव को सेवित करने की तैयारी भी शुरू हो गई है. इसके लिए टेंडर भी निकालने शुरू कर दिए हैं. अभी तक कुल 194 गांव तक बस यातायात से जोड़े गए हैं और 1090 गांवों को बस सेवा से जोड़ा जाना बाकी है.

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वंचित गांवों का मिलेगी रोडवेज बस सेवा.
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Published : Jan 2, 2020, 3:20 PM IST

लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगे विभिन्न जनपदों में तमाम गांवों को अभी तक यातायात साधन उपलब्ध नहीं हैं. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ऐसे गांवों को रोडवेज बसों से जोड़ेगा. इन गांवों में आने वाले दिनों में रोडवेज बसें संचालित की जाएगी, जिससे यात्रियों को सफर करने में सुविधा मिलेगी.

वंचित गांवों का मिलेगी रोडवेज बस सेवा.

लखनऊ रीजन के 3 क्षेत्रों के ऐसे असेवित गांव को सेवित करने की तैयारी भी शुरू हो गई है. लखनऊ रीजन ने इसके लिए टेंडर भी निकालने शुरू कर दिए हैं. जल्द ही रोडवेज बस बेड़े में नई बसें जुड़ते ही इन गांवों को बस भेजनी शुरू कर दी जाएगी, जिससे आसानी से लोगों को यातायात साधन मुहैया हो सकेगा.

1090 गांवों तक नहीं पहुंची बस सुविधा
वर्तमान में लखनऊ के आसपास के क्षेत्रों से लगे गांवों के अलावा अन्य जनपदों बाराबंकी, सीतापुर, रायबरेली के आसपास 1090 गांव ऐसे हैं, जहां पर अभी तक रोडवेज बस सेवा उपलब्ध ही नहीं हो पाई है. उत्तर प्रदेश सरकार लगातार लोगों को सुविधा देने के लिए हर गांव में बस पहुंचाने की तैयारी शुरू कर चुकी है.

क्षेत्रीय प्रबंधक ने दी जानकारी
लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि सभी गावों को रोडवेज बस सेवा से जोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साल के अंत तक ज्यादा से ज्यादा गांव रोडवेज बसों से जुड़ जाएंगे. लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र के अलावा माल क्षेत्र में भी ऐसे गांव हैं, जहां अभी तक बस सेवा नहीं पहुंची है.

उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें हमें असेवित गांवों को बसों से सेवित करना है. उस क्रम में लखनऊ क्षेत्र के 3 जनपदों में में 1090 गांव चिन्हित किए हैं, जिन्हें बसों से सेवित करना है. इन गांवों में अभी तक बस या अन्य कोई साधन नहीं जाते हैं. इसके लिए मुख्यालय ने ग्रामीण बस योजना जारी की है.

इसे भी पढ़ें- अयोध्या: नये साल पर करीब 30 हजार श्रद्धालुओं ने किए रामलला के दर्शन

हमने अब तक कुल 71 टेंडर फ्लोट किए हैं, जिसमें से हमारे पास 15 बसें उपलब्ध हो चुकी हैं और 19 बसें अभी और आने वाली हैं. इससे हमारी 71 बसें जब पूरी आ जाएंगी तो हमारे 1090 गांव पूर्ण रूप से सेवित हो जाएंगे. कुल मिलाकर अभी 194 गांव तक बस यातायात से जोड़े गए हैं.

लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगे विभिन्न जनपदों में तमाम गांवों को अभी तक यातायात साधन उपलब्ध नहीं हैं. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ऐसे गांवों को रोडवेज बसों से जोड़ेगा. इन गांवों में आने वाले दिनों में रोडवेज बसें संचालित की जाएगी, जिससे यात्रियों को सफर करने में सुविधा मिलेगी.

वंचित गांवों का मिलेगी रोडवेज बस सेवा.

लखनऊ रीजन के 3 क्षेत्रों के ऐसे असेवित गांव को सेवित करने की तैयारी भी शुरू हो गई है. लखनऊ रीजन ने इसके लिए टेंडर भी निकालने शुरू कर दिए हैं. जल्द ही रोडवेज बस बेड़े में नई बसें जुड़ते ही इन गांवों को बस भेजनी शुरू कर दी जाएगी, जिससे आसानी से लोगों को यातायात साधन मुहैया हो सकेगा.

1090 गांवों तक नहीं पहुंची बस सुविधा
वर्तमान में लखनऊ के आसपास के क्षेत्रों से लगे गांवों के अलावा अन्य जनपदों बाराबंकी, सीतापुर, रायबरेली के आसपास 1090 गांव ऐसे हैं, जहां पर अभी तक रोडवेज बस सेवा उपलब्ध ही नहीं हो पाई है. उत्तर प्रदेश सरकार लगातार लोगों को सुविधा देने के लिए हर गांव में बस पहुंचाने की तैयारी शुरू कर चुकी है.

क्षेत्रीय प्रबंधक ने दी जानकारी
लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि सभी गावों को रोडवेज बस सेवा से जोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साल के अंत तक ज्यादा से ज्यादा गांव रोडवेज बसों से जुड़ जाएंगे. लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र के अलावा माल क्षेत्र में भी ऐसे गांव हैं, जहां अभी तक बस सेवा नहीं पहुंची है.

उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें हमें असेवित गांवों को बसों से सेवित करना है. उस क्रम में लखनऊ क्षेत्र के 3 जनपदों में में 1090 गांव चिन्हित किए हैं, जिन्हें बसों से सेवित करना है. इन गांवों में अभी तक बस या अन्य कोई साधन नहीं जाते हैं. इसके लिए मुख्यालय ने ग्रामीण बस योजना जारी की है.

इसे भी पढ़ें- अयोध्या: नये साल पर करीब 30 हजार श्रद्धालुओं ने किए रामलला के दर्शन

हमने अब तक कुल 71 टेंडर फ्लोट किए हैं, जिसमें से हमारे पास 15 बसें उपलब्ध हो चुकी हैं और 19 बसें अभी और आने वाली हैं. इससे हमारी 71 बसें जब पूरी आ जाएंगी तो हमारे 1090 गांव पूर्ण रूप से सेवित हो जाएंगे. कुल मिलाकर अभी 194 गांव तक बस यातायात से जोड़े गए हैं.

Intro:194 गांव जुड़े अब 1090 की बारी, शुरू हो गई बसों से जोड़ने की तैयारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगे विभिन्न जनपदों में अभी भी तमाम ऐसे गांव हैं जहां के लोगों को अभी तक किसी तरह के यातायात साधन उपलब्ध नहीं हैं। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ऐसे गांवों को रोडवेज बसों से जोड़ेगा। इन गांवों में आने वाले दिनों में रोडवेज बसें संचालित होती हुई नजर आएंगी, जिससे यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। लखनऊ रीजन के 3 क्षेत्रों के ऐसे असेवित गांव को सेवित करने की तैयारी भी शुरू हो गई है। लखनऊ रीजन ने इसके लिए टेंडर भी निकालने शुरू कर दिए हैं, जल्द ही रोडवेज बस बेड़े में नई बसें जुड़ते ही इन गांवों को बस भेजनी शुरू कर दी जाएगी, जिससे आसानी से लोगों को यातायात साधन मुहैया हो सकेगा।


Body:वर्तमान में लखनऊ के आसपास के क्षेत्रों से लगे गांवों के अलावा अन्य जनपदों बाराबंकी, सीतापुर, रायबरेली के आसपास सैकडों ऐसे गांव हैं जहां पर अभी तक रोडवेज बस सेवा उपलब्ध ही नहीं हो पाई है। उत्तर प्रदेश सरकार लगातार लोगों को सुविधा देने के लिए हर गांव में बस पहुंचाने की तैयारी शुरू कर चुकी है। अभी तक लखनऊ रीजन ने 194 गांवों में रोडवेज बसें पहुंचा भी दी हैं, लेकिन 1090 गांव अभी ही ऐसे हैं जहां पर बसें पहुंचाना अभी भी बाकी है। अब इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस बताते हैं कि सभी गावों को रोडवेज बस सेवा से जोड़ने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उम्मीद है साल के आखिर तक ज्यादा से ज्यादा गांव रोडवेज बसों से जुड़ जाएंगे और लोगों को उनके गांव में ही रोडवेज बस मिल जाएगी जिससे वे राहत महसूस कर सकेंगे। लखनऊ की बात करें तो मलिहाबाद क्षेत्र के अलावा माल क्षेत्र में भी ऐसे गांव हैं जहां अभी तक बस सेवा नहीं पहुंची है। कुल मिलाकर अभी 194 गांव बसों से जोड़े गए हैं। हाल ही में कई गांवों में बस पहुंचाई गई है।






Conclusion:बाइट: पल्लव कुमार बोस, आरएम, लखनऊ

उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसमें हमें असेवित गांवों को बसों से सेवित करना है। उस क्रम में लखनऊ क्षेत्र के जो 3 जनपद हैं उनमें 1090 गांव चिन्हित किए हैं जिन्हें बसों से सेवित करना है, जहां पर अभी बस या अन्य कोई साधन नहीं जाते हैं। इसके लिए मुख्यालय द्वारा योजना जारी की गई है ग्रामीण बस योजना। हमने अब तक कुल 71 टेंडर हमने फ्लोट किए हैं जिसमें से हमारे पास 15 बसें उपलब्ध हो चुकी हैं और 19 बसें अभी और आने वाली हैं तो इससे हमारी 71 बसें जब पूरी आ जाएंगी तो हमारे 1090 गांव पूर्ण रूप से सेवित हो जाएंगे। वर्तमान में 194 गांव बसों से सेवित हो चुके हैं और ऐसे ऐसे गांव सेवित हुए हैं जिनमें अभी तक बस चली ही नहीं थी। जल्द ही हम सभी गावों को सेवित कर देंगे।


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