कानपुर: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया, जिसमें 8 पुलिस कर्मी शहीद हो गए, तो वहीं जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडे और साथी अतुल दुबे को पुलिस ने मार गिराया. पुलिस की लगभग 40 थानों की फोर्स और 22 टीमें लगातार विकास दुबे की तलाश में जुटी हैं.
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि मारे गए बदमाश प्रेम प्रकाश और अतुल दुबे का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है. ये दोनों कानपुर नगर के चौबेपुर थाना के हिस्ट्रीशीटर हैं. अतुल दुबे, हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का साथी था और तकरीबन विकास दुबे के सभी आपराधिक मामलों में बराबरी का हिस्सेदार था.
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि जब से (1992) हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने अपराध की दुनिया में कदम रखा, तभी से बदमाश अतुल दुबे उसके साथ था. अतुल दुबे पर भी पहला मुकदमा साल 1992 में दर्ज हुआ था. वहीं विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडे पर पहला मुकदमा साल 2001 में दर्ज हुआ था. इसके बाद हिस्ट्रीशीटर विकास के सारे आपराधिक मामलों में प्रेम प्रकाश उसके साथ था.
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि उन सभी लोगों का आपराधिक इतिहास ढूंढा जा रहा है, जो कानपुर कांड में पुलिस पर गोलियां बरसा रहे थे. हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़कर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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