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कानपुर सड़क हादसे को लेकर गुस्साए ग्रामीण बोले, प्रशासन की लापरवाही की वजह से गई लोगों की जान - President Draupathi Murmu

कानपुर के घाटमपुर में शनिवार देर रात 50 श्रद्धालुओं से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिर गई थी. इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

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कानपुर में भीषण सड़क हादसा
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Published : Oct 2, 2022, 9:12 AM IST

कानपुर: जिले के घाटमपुर में शनिवार देर रात 50 श्रद्धालुओं से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस हादसे के दौरान न तो पुलिस मौके पर पहुंची और न ही प्रशासन का कोई अफसर आया. सीएससी में भी कोई डॉक्टर और नर्स मौके पर मौजूद नहीं था. इसे लेकर ग्रामीणों में बेहद नाराजगी है.

ग्रामीणों ने प्रशासन और सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीमें अगर समय से पहुंच जातीं तो शायद इतने लोगों की जान नहीं जाती. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने खुद अपने वाहनों से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया. इस दौरान प्रशासन के आला अधिकारी सिर्फ खड़े होकर देखते रहे. अगर पुलिस और प्रशासन ने समय से रेस्क्यू के साथ-साथ घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया होता तो शायद इतने लोगों की जान नहीं जाती.

ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

इसे भी पढ़े-कानपुर में भीषण सड़क हादसा, ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से 25 श्रद्धालुओं की मौत

बता दें कि सभी श्रद्धालु उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे. सभी लोग घाटमपुर के कोरथा गांव के रहने वाले हैं. मरने वालों में 14 बच्चे और 13 महिलाएं शामिल हैं. घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू (President Draupathi Murmu) से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कई अन्य राजनेताओं ने इस घटना पर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं.

यह भी पढ़े-कानपुर हादसाः राष्ट्रपति और पीएम ने जताया शोक, मृतकों के परिजनों को मिलेगा 2-2 लाख मुआवजा

कानपुर: जिले के घाटमपुर में शनिवार देर रात 50 श्रद्धालुओं से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस हादसे के दौरान न तो पुलिस मौके पर पहुंची और न ही प्रशासन का कोई अफसर आया. सीएससी में भी कोई डॉक्टर और नर्स मौके पर मौजूद नहीं था. इसे लेकर ग्रामीणों में बेहद नाराजगी है.

ग्रामीणों ने प्रशासन और सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीमें अगर समय से पहुंच जातीं तो शायद इतने लोगों की जान नहीं जाती. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने खुद अपने वाहनों से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया. इस दौरान प्रशासन के आला अधिकारी सिर्फ खड़े होकर देखते रहे. अगर पुलिस और प्रशासन ने समय से रेस्क्यू के साथ-साथ घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया होता तो शायद इतने लोगों की जान नहीं जाती.

ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

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बता दें कि सभी श्रद्धालु उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे. सभी लोग घाटमपुर के कोरथा गांव के रहने वाले हैं. मरने वालों में 14 बच्चे और 13 महिलाएं शामिल हैं. घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू (President Draupathi Murmu) से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कई अन्य राजनेताओं ने इस घटना पर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं.

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