कानपुर : बिकरू कांड की दूसरी बरसी पर etv bharat ने ग्राउंड रिपोर्ट पेश की है. इस दौरान बिकरू गांंव के लोगों से बातचीत कर वहां के लोगों को हो रही समस्याओं को जानने की कोशिश की. ग्राम पंचायत प्रधान मधु ने बतया कि आज भी इस जिले के लोगों से अन्य जिलों के लोगों में भय व्याप्त है. लेकिन उसके बाद भी इस इलाके का काफी विकास हुआ है. उन्होंने बताया कि यहां के लोग अगर अन्य राज्यों में काम करने जाते हैं, तो उनको रहने और वहां पर काम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ग्राम पंचायत ने सरकार से अपील की कि इस ओर भी धयान दें.
गौरतलब है कि, आज से ठीक एक साल पहले 2 जुलाई 2020 की रात को बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे (gangster vikas dubey) और उसके गुर्गों ने डीएसपी और एसओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी. पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के भीतर विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. 2 जुलाई 2020 की रात को चौबेपुर के जादेपुरधस्सा गांव (Jadepurdhasa village of Chaubepur) निवासी राहुल तिवारी ने विकास दुबे और उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था.
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एफआईआर दर्ज करने के बाद उसी रात करीब साढ़े बारह बजे तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बिकरू गांव में दबिश दी गई. यहां पर पहले से ही विकास दुबे और उसके गुर्गे घात लगाए बैठे थे. घर पर पुलिस को रोकने के लिए जेसीबी लगाई थी. पुलिस के पहुंचते ही बदमाशों ने उन पर छतों सेे गोलियां बरसानी शुरू कर दी थीं. चंद मिनटों में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर ये सभी फरार हो गए थे.
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