कानपुर: वैसे तो उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के पदाधिकारियों पर जिम्मा मैचों के सफल आयोजन का होता है, लेकिन शहर में यूपीसीए के पदाधिकारियों ने ग्रीनपार्क स्टेडियम (Greenpark stadium kanpur) में हुए मैचों के दौरान खुद ही बड़ा खेल कर दिया है. यूपीसीए पदाधिकारियों पर करोड़ों रुपये गबन करने का आरोप लगा है. हालांकि, पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम विशाख जी अय्यर ने जांच बैठा दी है.
दरअसल आर्यनगर निवासी अश्वनी शुक्ला ने जनसूचना के माध्यम से कुल छह सवाल पूछे थे. जिनमें अधिकतर के सटीक जवाब जिम्मेदार अफसर नहीं दे सके. अश्वनी ने आरटीआई से मिले जवाबों की प्रति के साथ ही पूरे मामले की जांच डीएम से कराने का आग्रह किया. इस पर डीएम ने सीडीओ व एडीएम सिटी को जांच सौंपकर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट मांग ली है.
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आरटीआई के मुताबिक यह बात सामने आई, कि यूपीसीए के पदाधिकारियों ने मानकों को ताक पर रखते हुए निजी संस्थाओं द्वारा खेले गए मैचों की राशि को अपने खाते में जमा करवाया. इसी तरह उपक्रीड़ाधिकारी यह जवाब नहीं दे सके, कि ग्रीनपार्क स्टेडियम में वर्ष 2015 से अब तक कुल कितने मैच खेले गए हैं? वहीं, डीएम का पत्र जारी होने के बाद इस मामले की चर्चा पूरे शहर में जोरों पर है.
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