कानपुर: कानपुर सीओडी क्रॉसिंग पर बने पुल का उद्घाटन बीजेपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी के बीच नाक की लड़ाई बन गया. 26 जनवरी को सतीश महाना ने समारोह करके पुल का उद्घाटन किया तो दो दिन बाद बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने उसे बंद करा दिया. उन्होंने बताया कि योजना केंद्र की है और इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री को करना चाहिए था.
गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट सतीश महाना ने सीओडी पुल का उद्घाटन कर दिया था. उद्घाटन के समय कैबनेट मंत्री ने ई-रिक्शा चलाकर पुल पर सफर करने शुरुवात की थी. दो दिन बाद इसी पुल को बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने यह कहकर बंद करवा दिया कि ये योजना केंद्र सरकार की है. इसका उद्घाटन केंद्रीय परिवहन मंत्री को करना था. पुल की रैलिंग अधूरी होने के कारण उसको बंद करवा दिया गया है.
पुल की लागत हुई दोगुनी
सीओडी के पुल पर दो दिन से लाखों यात्री का आवागमन हो रहा था, लेकिन बुधवार की सुबह जब बेरिकेटिंग लगाकर बंद कर दिया गया. इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सन 2007 में इस पुल निर्माण को पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने अपनी सरकार में कराना शुरू किया था. इस पुल को 2012 में बनकर तैयार होना था, लेकिन लेट लतीफी से इसकी लागत दुगनी होकर 54 करोड़ हो गई. साथ ही पुल अभी भी राजनैतिक पेशबंदी में फसा है.
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अब आलम यह है कि बीजेपी के मंत्री और सांसद की लड़ाई में कांग्रेस भी यह कहकर कूद पड़ी है कि ये योजना कांग्रेस मंत्री ने मंजूर कराई थी, जिसका श्रेय लेने के लिए बीजेपी के मंत्री और सांसद आपस में भिड़े जा रहे हैं. इससे जबकि जनता परेशान हो रही है. यह पुल कानपुर साउथ की लाखों लोगों की मांग पर बनवाया जा रहा है. इसको लेकर काफी राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप पक्ष-विपक्ष में होते रहे हैं.