कानपुर देहात: कानपुर देहात पुलिस की बर्बर कार्रवाई के पीड़ित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रजनीश शुक्ला की बच्ची और पत्नी रीता शुक्ला से ईटीवी की टीम ने बात की. उन्होंने कहा कि यह पुलिस कर्मचारियों ने रजनीश को बुरी तरह मारा था. पत्नी रीता शुक्ला ने कहा कि पुलिस ने रजनीश को बेरहमी से मारा. हाथ में चार साल की बच्ची होने के बावजूद, उन्होंने कोई रहम नहीं किया. कानपुर देहात पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में खड़ी नजर आ रही है.
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पीड़ित परिवार ने आपबीती सुनाई. पीड़ित रजनीश की गोद में मौजूद बच्ची कानपुर देहात पुलिस की बर्बर कार्रवाई की गवाह बनी. पुलिस की बेरहमी के कारण मासूम अब भी सदमे में है. वो ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में भी नहीं थी. बच्ची ने बताया कि पुलिसवालों ने उसके पापा को मारा था. कानपुर देहात पुलिस के इस जुल्म से रजनीश का पूरा परिवार बड़े सदमे में है.
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परिवार न्याय की आस लगाए बैठा है. उनको उम्मीद है कि पुलिस के आलाधिकारी दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. वहीं पर रजनीश शुक्ला की बेटी और पत्नी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगायी. रजनीश की पत्नी ने कहा कि मैं भी एक पुलिसकर्मी की बेटी हूं, पुलिस ऐसी तो नहीं होती है. जैसा मेरे पति के साथ कानपुर देहात पुलिस ने किया है, वो बिल्कुल गलत है. मेरी बेटी के सामने मेरे पति को बेहरहमी से पीटा था, इससे मेरी बेटी बुरी तरह डरी हुई है. रीता शुक्ला ने कहा कि मुझे और मेरे परिवार को ब्राम्हण होने की सजा सरकार न दे.
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कानपुर देहात पुलिस की बर्बर कार्रवाई का वीडियो सामने आने के बाद बड़े अधिकारी भी एक्टिव मोड़ में आ गए. यूपी पुलिस अपनी छवि को धूमिल होने से बचाने के तमाम प्रयास कर रही है. शुक्रवार को कानपुर देहात में कानपुर जोन के आईजी प्रशांत कुमार ने इस पूरे मामले की जांच की और उन्होंने कहा कि दोषी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गयी है. इसे लेकर विपक्षी दलों ने भी जमकर योगी सरकार को घेरा. बीजेपी सांसद अरुण गांधी ने भी अपनी सरकार पर तंज कसा.
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