कानपुर देहातः कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों को सामुदायिक रसोईघर के माध्यम से भोजन पका कर उपलब्ध कराया जा रहा था. इस दौरान डीएम द्वारा भोजन की गुणवत्ता के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी. इनसे प्रतिदिन रसोईघर के भोजन की गुणवत्ता की रिपोर्ट मांगी गई थी. इस मामले में 4 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा सामुदायिक रसोईघर का फर्जी निरीक्षण करने की आख्या डीएम को सौंपने की जानकारी मिली है.
टेलिफोनिक सत्यापन का हुआ खुलासा
इस मामले में डीएम राकेश कुमार सिंह द्वारा जांच कराई गई जिसमें निरीक्षण आख्या फर्जी पाई गई है. इसलिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी डेरापुर- विनीता यादव, सिकन्दरा- धीरज दीक्षित, मलासा- सुधा कनौजिया और मैथा - अनुराग सिंह से डीएम ने जवाब तलब किया है. इन्हें भोगनीपुर क्षेत्र के सामुदायिक रसोईघर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इनके द्वारा बिना निरीक्षण किये गए फर्जी रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को सौंपने की जानकारी मिली है. वहीं जब डीएम ने गुप्त रूप से 31 मई को टेलिफोनिक सत्यापन कराया तो उक्त खुलासा हुआ.