ETV Bharat / city

एम्बुलेंस कर्मियों की संवेदनहीनता, मरीज को चारपाई पर लिटाकर ग्रामीणों ने एम्बुलेंस तक पहुंचाया - ambulance by lying on cot in jhansi

झांसी में पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम खकल में कच्चे मकान की दीवार गिरने से चार महिलाएं जख्मी हो गईं. मौके पर पहुंचे एम्बुलेंस कर्मियोंने उन्हें हाथ तक लगाना मुनासिब नहीं समझा.

Etv Bharat
एम्बुलेंस कर्मियों की संवेदनहीनता
author img

By

Published : Aug 27, 2022, 1:30 PM IST

झांसी: प्रदेश सरकार भले ही आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावे कर रही हो लेकिन जमीनी स्तर पर जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, वे संवेदनहीनता का परिचय दे रहे हैं. झांसी में पूंछ थानाक्षेत्र के ग्राम खकल में कच्चे मकान की दीवार गिरने से चार महिलाएं जख्मी हो गईं तो मौके पर पहुंचे एम्बुलेंस कर्मियों ने उन्हें हाथ तक लगाना मुनासिब नहीं समझा. यही नहीं उन लोगों ने स्ट्रेचर तक बाहर नहीं निकाला. मजबूरी में गांव के लोगों ने चारपाई पर लिटाकर दो महिलाओं को एम्बुलेंस तक पहुंचाया, जिसके बाद एम्बुलेंसकर्मी जख्मी लोगों को लेकर मोठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना हुए. महिलाओं की हालत नाजुक होने पर उन्हें झांसी मेडिकल काॅलेज के लिये रेफर कर दिया.

एम्बुलेंस कर्मियों की संवेदनहीनता

इसे भी पढ़ेंः मौत से 15 दिन पहले सुधीर सांगवान की नीयत जान चुकी थी टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट, डर के कारण थी शांत
दरअसल, ग्राम खकल में मिटटी से बने एक पुराने कच्चे मकान की दीवार अचानक भरभरा कर गिर पड़ी, जिसमें सरोज, गुड्डी और दो अन्य महिलाएं दीवाल के मलबे के नीचे दब गए. चिल्लाने की आवाज आने पर ग्रामीणों की भीड़ इकटठा हो गई और फौरन कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया. घटना की सूचना मिलते ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल सरोज, गुड्डी को लेकर मोठ सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने दो महिलाओं को झांसी मेडिकल काॅलेज के लिये रेफर कर दिया.

इसे भी पढ़ेंः पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर स्कूल वैन से टकराई स्कॉर्पियो, युवती की मौत, दो घायल

झांसी: प्रदेश सरकार भले ही आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावे कर रही हो लेकिन जमीनी स्तर पर जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, वे संवेदनहीनता का परिचय दे रहे हैं. झांसी में पूंछ थानाक्षेत्र के ग्राम खकल में कच्चे मकान की दीवार गिरने से चार महिलाएं जख्मी हो गईं तो मौके पर पहुंचे एम्बुलेंस कर्मियों ने उन्हें हाथ तक लगाना मुनासिब नहीं समझा. यही नहीं उन लोगों ने स्ट्रेचर तक बाहर नहीं निकाला. मजबूरी में गांव के लोगों ने चारपाई पर लिटाकर दो महिलाओं को एम्बुलेंस तक पहुंचाया, जिसके बाद एम्बुलेंसकर्मी जख्मी लोगों को लेकर मोठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना हुए. महिलाओं की हालत नाजुक होने पर उन्हें झांसी मेडिकल काॅलेज के लिये रेफर कर दिया.

एम्बुलेंस कर्मियों की संवेदनहीनता

इसे भी पढ़ेंः मौत से 15 दिन पहले सुधीर सांगवान की नीयत जान चुकी थी टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट, डर के कारण थी शांत
दरअसल, ग्राम खकल में मिटटी से बने एक पुराने कच्चे मकान की दीवार अचानक भरभरा कर गिर पड़ी, जिसमें सरोज, गुड्डी और दो अन्य महिलाएं दीवाल के मलबे के नीचे दब गए. चिल्लाने की आवाज आने पर ग्रामीणों की भीड़ इकटठा हो गई और फौरन कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया. घटना की सूचना मिलते ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल सरोज, गुड्डी को लेकर मोठ सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने दो महिलाओं को झांसी मेडिकल काॅलेज के लिये रेफर कर दिया.

इसे भी पढ़ेंः पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर स्कूल वैन से टकराई स्कॉर्पियो, युवती की मौत, दो घायल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.