झांसी : जनपद की सीमा में एक हफ्ते के अंदर तीसरी बार टिड्डी दल ने हमला कर दिया. एमपी के इंदरगढ़ से होते हुए करोड़ों कीटों ने अचानक जनपद के मोंठ थाना क्षेत्र के कई गांवों पर हमला कर दिया. गनीमत रही कि प्रशासन ने पहले से ही ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया था. क्षेत्र में पड़ने वाले सभी गांव वालों ने डीजे साउंड और बगैर साइलेंसर के ट्रैक्टर की आवाज से टिड्डी दल को खदेड़ दिया.
तीसरी बार टिड्डी दल का हमला
मध्यप्रदेश और राजस्थान के रास्ते आने वाला टिड्डी दल जिला प्रशासन के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. पहले कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश में हुए लॉक डाउन की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने वाला जिला प्रशासन अब टिड्डी दल भगाने में लगा है. एक सप्ताह के भीतर ही तीन टिड्डी दल जिले में पहुंच चुके हैं. करोड़ों कीटों के समूह ने बरुआसागर इलाके के आधा दर्जन से अधिक गांवों में सब्जियों के खेतों में भारी तबाही मचाई थी. मिनटों में इन कीटों ने फसलों को चौपट कर दिया था और अब एक और टिड्डी दल जनपद की सीमा में दाखिल हो गया.
निपटने के रहे इंतजाम
मोंठ इलाके के शाहजहांपुर सीमा के कंडोर, बमरौली स्टेट और इसके बाद बेलमा, बसोबई , पचोबई, खिल्ली, मड़ोरा, महुआखेरा, अमरौख, एरच, बहादुरपुर, दतावली बसौना, अंग्थारी, जरहा खुर्द, भुजोंद आदि गांवों तक ये पहुंचे. हालांकि, इससे निपटने के पहले से ही इंतजाम कर लिए गए थे. रात में टिड्डी उड़ते नहीं हैं और हरियाली में पनाह ले लेते हैं. इनके बैठने का इंतजार किया जाता रहा, ताकि रात में इन पर फायर ब्रिगेड के जरिये रसायन का छिड़काव कर खात्मा किया जा सके.
इस पूरे मामले को लेकर डीएम आंद्रा वामसी का कहना है कि आशंका थी कि टिड्डी दल फिर से जनपद की सीमा में आएगा. फसलों का किसी भी प्रकार से नुकसान न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए गए. एसडीएम सहित फायर ब्रिगेड और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के कई अधिकारी ड्यूटी पर लगाए गए हैं. फिलहाल अभी जनपद में फसलों को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है.