गोरखपुर: यूपी के मोस्ट वांटेड 61 माफिया की सूची में शामिल बाहुबली माफिया राजन तिवारी को फतेह गढ़ जेल भेज दिया गया. सुबह 4 बजे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे गोरखपुर जेल से फतेहगढ़ जेल भेजा गया. जेल अधिकारियों के अनुसार उसका दूसरी जेल ट्रांसफर प्रशाशनिक आधार पर हुआ है. 22 अगस्त को राजन की कोर्ट में पेशी होने वाली भी है. वहीं, से अब पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से हो सकती है.
इस मामले में जेलर पीके कश्यप ने बताया कि राजन तिवारी को प्रशाशनिक अधार पर दूसरी जेल शिफ्ट किया गया है. 90 के दशक के कुख्यात बदमाश श्रीप्रकाश शुक्ला के संगत में आकर अपराध की दुनिया में बड़ा नाम बनाने वाला राजन तिवारी पूर्वांचल में बिहार में दहशत पर्याय रहा है. गोरखपुर और आस-पास के जिलों से लेकर बिहार तक इसके नाम की दहशत है. यही वजह है कि राजन तिवारी को पूरब से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जेल में भेजा गया है.
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दरअसल, गोरखपुर के सोहगौरा निवासी राजन तिवारी को कैन्ट और एसओजी की टीम ने गुरुवार को बिहार के रकसौल से उस समय पकड़ा था जव वह नेपाल भागने के फिराक में था. पुलिस ने गुरुवार देर शाम गोरखपुर के गैंगेस्टर कोर्ट (gangster court in gorakhpur) में पेश किया था, जिसके बाद उसे 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था. गोरखपुर जेल में वह मिलेनियम बैरक में रखा गया था. इससे पहले भी राजन गोरखपुर जेल में 2 साल रह चुका था. तब उसका जेल में बहुत रसूख था.
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राजन तिवारी डॉन माफिया श्रीप्रकाश शुक्ल का साथी था. श्रीप्रकाश के साथ वह कैन्ट थाने में दर्ज गैंगेस्टर का मुलजिम था. वह गैंग का लीडर था. श्रीप्रकाश की मौत के बाद राजन के खिलाफ गैंगेस्टर कोर्ट से 60 से ज्यादा एनबीडब्ल्यू वारंट जारी हुआ था. वह 17 साल से इस मुकदमे में फरार था.