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CM योगी कम्हरिया घाट पुल का करेंगे लोकार्पण, पार्टी कार्यकर्ताओं को देंगे सफलता का मंत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath in Gorakhpur) गोरखपुर की घाघरा नदी पर कम्हरिया घाट पुल का गुरुवार को (CM Yogi inaugurate Kamharia Ghat Bridge) लोकार्पण करेंगे. इससे 500 गांवों की 20 लाख आबादी को फायदा होगा.

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Published : Aug 18, 2022, 8:45 AM IST

Updated : Aug 18, 2022, 9:11 AM IST

गोरखपुर: योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश को इंटर डिस्ट्रिक्ट कनेक्टिविटी की बड़ी सौगात देने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi inaugurate Kamharia Ghat Bridge) गुरुवार (18 अगस्त) को गोरखपुर और अंबेडकरनगर जिले के मध्य स्थित घाघरा नदी पर कम्हरिया घाट पुल का लोकार्पण करेंगे. यह पुल करीब डेढ़ किलोमीटर की लंबाई का होगा.

कम्हरिया घाट पर पुल (Kamharia Ghat Bridge in Gorakhpur) के बनने से यूपी के कई जिले अंबेडकरनगर, आजमगढ़, जौनपुर, अयोध्या, संतकबीरनगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ में शानदार कनेक्टिविटी का नया विकल्प मिल जाएगा. वहीं, इससे गोरक्षनगरी और संगमनगरी (प्रयागराज) के बीच दूरी करीब 80 किलोमीटर कम हो जाएगी. बता दें, कि कम्हरिया घाट के एक तरफ गोरखपुर और दूसरी तरफ अंबेडकरनगर जनपद स्थित है. पुल के अभाव में इन दोनों जिलों के बीच की दूरी 60 किलोमीटर बढ़ जाती थी. इसलिए योगी सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए इस पुल की सौगात दी है. इस पुलिस के निर्माण से आस्था की नगरी प्रयागराज जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी. कम्हरिया घाट पुल से होकर जाने में गोरखपुर से प्रयागराज की दूरी अब सिर्फ 200 किलोमीटर होगी. अभी तक लोगों को 280 से 300 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ती थी.

यह भी पढ़ें: सहारनपुर में मौसी से मिले सीएम योगी, बच्चों को दी चॉकलेट


घाघरा नदी के कम्हरिया घाट (सिकरीगंज-बेलघाट-लोहरैया-शंकरपुर-बाघाड़) पर पुल का निर्माण 193 करोड़, 97 लाख, 20 हजार रुपये की लागत से हुआ है. कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड ने 1412.31 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण जून 2022 में पूर्ण करा दिया था. वहीं, इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath in Gorakhpur) गोरखपुर में जनजातियों को संगठन से जोड़ने का मंत्र बीजेपी संगठन में अनुसूचित जन जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को देंगे, जिनका प्रदेश प्रशिक्षण शिविर गोरखपुर में चल रहा है. इस समय बीजेपी में अलग-अलग मोर्चों और प्रकोष्ठों का प्रशिक्षण प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया जा रहा है. जिसमें हर एक वोटर तक पहुंच बनाने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. सीएम योगी वनवासी और आदिवासी समाज के लिए सांसद के रूप में संघर्ष करने से लेकर, मुख्यमंत्री के रूप में उनके उत्थान की योजनाओं के क्रियान्वयन तक और जनजातीय समाज के लोगों की अपेक्षाएं, उनका मर्म समझते हैं. ऐसे में व्यावहारिकता के धरातल पर उनके सुझाव जनजातियों को भाजपा के पक्ष में पूरी तरह लामबंद करने में काफी मददगार होंगे.

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गोरखपुर: योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश को इंटर डिस्ट्रिक्ट कनेक्टिविटी की बड़ी सौगात देने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi inaugurate Kamharia Ghat Bridge) गुरुवार (18 अगस्त) को गोरखपुर और अंबेडकरनगर जिले के मध्य स्थित घाघरा नदी पर कम्हरिया घाट पुल का लोकार्पण करेंगे. यह पुल करीब डेढ़ किलोमीटर की लंबाई का होगा.

कम्हरिया घाट पर पुल (Kamharia Ghat Bridge in Gorakhpur) के बनने से यूपी के कई जिले अंबेडकरनगर, आजमगढ़, जौनपुर, अयोध्या, संतकबीरनगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ में शानदार कनेक्टिविटी का नया विकल्प मिल जाएगा. वहीं, इससे गोरक्षनगरी और संगमनगरी (प्रयागराज) के बीच दूरी करीब 80 किलोमीटर कम हो जाएगी. बता दें, कि कम्हरिया घाट के एक तरफ गोरखपुर और दूसरी तरफ अंबेडकरनगर जनपद स्थित है. पुल के अभाव में इन दोनों जिलों के बीच की दूरी 60 किलोमीटर बढ़ जाती थी. इसलिए योगी सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए इस पुल की सौगात दी है. इस पुलिस के निर्माण से आस्था की नगरी प्रयागराज जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी. कम्हरिया घाट पुल से होकर जाने में गोरखपुर से प्रयागराज की दूरी अब सिर्फ 200 किलोमीटर होगी. अभी तक लोगों को 280 से 300 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ती थी.

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घाघरा नदी के कम्हरिया घाट (सिकरीगंज-बेलघाट-लोहरैया-शंकरपुर-बाघाड़) पर पुल का निर्माण 193 करोड़, 97 लाख, 20 हजार रुपये की लागत से हुआ है. कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड ने 1412.31 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण जून 2022 में पूर्ण करा दिया था. वहीं, इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath in Gorakhpur) गोरखपुर में जनजातियों को संगठन से जोड़ने का मंत्र बीजेपी संगठन में अनुसूचित जन जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को देंगे, जिनका प्रदेश प्रशिक्षण शिविर गोरखपुर में चल रहा है. इस समय बीजेपी में अलग-अलग मोर्चों और प्रकोष्ठों का प्रशिक्षण प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया जा रहा है. जिसमें हर एक वोटर तक पहुंच बनाने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. सीएम योगी वनवासी और आदिवासी समाज के लिए सांसद के रूप में संघर्ष करने से लेकर, मुख्यमंत्री के रूप में उनके उत्थान की योजनाओं के क्रियान्वयन तक और जनजातीय समाज के लोगों की अपेक्षाएं, उनका मर्म समझते हैं. ऐसे में व्यावहारिकता के धरातल पर उनके सुझाव जनजातियों को भाजपा के पक्ष में पूरी तरह लामबंद करने में काफी मददगार होंगे.

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Last Updated : Aug 18, 2022, 9:11 AM IST
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