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सरकारी स्कूलों की भ्रष्टाचार, महज 9 महीने में टूट गया लाखों का फर्नीचर

फिरोजाबाद के सरकारी स्कूलों (plight of government schools firozabad) की हालत बद से बदतर हो गई है. स्कूल में लगा लाखों रुपयों का फर्नीचर महज 9 महीने में ही टूट गया. यहां के छात्र अब जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.

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Published : Sep 9, 2022, 12:34 PM IST

फिरोजाबाद: सरकारी स्कूलों में अच्छी सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. स्मार्ट क्लासेस के लिए कोशिश जारी है. जिससे प्रोजेक्टर के जरिये पढ़ाई हो सकें. इसके साथ ही सरकारी स्कूलों में टाट पट्टी पर बैठकर पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए कुर्सी मेज का प्रबंध किया जा रहा है.

जानकारी देते प्रधानाध्यापक मुनीष कुमार शर्मा

फिरोजाबाद जनपद में सरकारी स्कूलों (plight of government schools firozabad) के लिए लाखों रुपयों का फर्नीचर खरीदा गया था, लेकिन महज 9 महीनों में ही फर्नीचर टूट गया. हालांकि, मामला उजागर होने के बाद बीएसए ने सफाई दी है कि जिस संस्था ने फर्नीचर की सप्लाई की है. उसे नोटिस जारी किया गया है.

पढें- छात्रों से शौचालय साफ कराना हेड मास्टर को पड़ा महंगा, बीएसए ने किया सस्पेंड

जिले के ऐसे ही 470 सरकारी स्कूलों में नवंबर 2021 में सीतापुर जनपद की श्याम इंडस्ट्रीज द्वारा फर्नीचर की सप्लाई की गई थी. इस फर्नीचर को क्लासेज में लगा दिया गया था, लेकिन कुछ ही दिनों में इस फर्नीचर की गुणवत्ता (plight of government schools firozabad) की पोल खुल गई. महज 9 महीनों में ही फर्नीचर टूट गया. अब हालत यह है, कि छात्र जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.

इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (Firozabad Basic Education Officer) अंजली अग्रवाल का कहना है, कि फर्नीचर की सप्लाई करने वाली फर्म का चयन जैम पोर्टल के माध्यम से किया गया था. फर्नीचर टूटने की शिकायत शिक्षकों के माध्यम से की गई है. वहीं, शिकायत पर संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर ठेकेदार को इसे बदलने के निर्देश दिए हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो ठेकेदार को भुगतान नहीं किया जायेगा. ठेकेदार ने फर्नीचर को बदलने के लिए आश्वस्त किया है.

पढें- झांसी में सेल्स टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर के बेटे ने की आत्महत्या, 8वीं मंजिल से कूदकर दी जान

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फिरोजाबाद जनपद में सरकारी स्कूलों (plight of government schools firozabad) के लिए लाखों रुपयों का फर्नीचर खरीदा गया था, लेकिन महज 9 महीनों में ही फर्नीचर टूट गया. हालांकि, मामला उजागर होने के बाद बीएसए ने सफाई दी है कि जिस संस्था ने फर्नीचर की सप्लाई की है. उसे नोटिस जारी किया गया है.

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जिले के ऐसे ही 470 सरकारी स्कूलों में नवंबर 2021 में सीतापुर जनपद की श्याम इंडस्ट्रीज द्वारा फर्नीचर की सप्लाई की गई थी. इस फर्नीचर को क्लासेज में लगा दिया गया था, लेकिन कुछ ही दिनों में इस फर्नीचर की गुणवत्ता (plight of government schools firozabad) की पोल खुल गई. महज 9 महीनों में ही फर्नीचर टूट गया. अब हालत यह है, कि छात्र जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.

इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (Firozabad Basic Education Officer) अंजली अग्रवाल का कहना है, कि फर्नीचर की सप्लाई करने वाली फर्म का चयन जैम पोर्टल के माध्यम से किया गया था. फर्नीचर टूटने की शिकायत शिक्षकों के माध्यम से की गई है. वहीं, शिकायत पर संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर ठेकेदार को इसे बदलने के निर्देश दिए हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो ठेकेदार को भुगतान नहीं किया जायेगा. ठेकेदार ने फर्नीचर को बदलने के लिए आश्वस्त किया है.

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