फिरोजाबाद: जनपद में लंपी वायरस (Lumpy virus in Firozabad) का खौफ जारी है. इस बीमारी से पूरे जनपद में अब तक 50 से ज्यादा पशु बीमार हो चुके हैं. हालांकि, यह दावा किया जा रहा है कि पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए उनका वैक्सीनेशन किया जा रहा है. लेकिन, हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.
अंधविश्वास में आकर ग्रामीण इस बीमीरी को भगाने के लिए तंत्र-मंत्र और टोटकों का सहारा (Firozabad Villagers worshiped to get rid disease) ले रहे हैं. राजस्थान, हरियाणा के साथ उत्तर प्रदेश में भी लंपी वायरस ने हजारों पशुओं को अपनी चपेट में ले लिया है. इस बीमारी पर काबू पाने के लिए सरकार ने पशु हाटों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है. अन्य राज्यों के पशुओं की यूपी में एंट्री बैन कर दी गई है. वहीं, यह दावा भी किया जा रहा है कि पशुओं का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है. जिन पशुओं में इस बीमारी के लक्षण मिल रहे हैं. उन्हें स्वस्थ पशुओं से अलग कर उनका इलाज भी किया जा रहा है. किसी भी गौशाला में नए पशु की एंट्री भी बैन कर दी गई है. इतनी सावधानी बरतने के बाद भी फिरोजाबाद में लंपी वायरल का कहर (Lumpy virus in Firozabad) थमने का नाम नहीं ले रहा है.
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जनपद में संक्रमित पशुओं का आंकड़ा 50 को भी पार कर गया है. इसकी वजह से ग्रामीण दहशत में है और बीमारी को भगाने के लिए पूजा-पाठ (Lumpy virus in Firozabad Villagers worshiped) का सहारा ले रहे हैं. जिले की तहसील जसराना के गांव नगला जाट के ग्रामीणों ने तो इस बीमारी को भगाने के लिए खप्पर पूजा की. यह एक खास तरह की पूजा होती है. इसमें ग्रामीण इकट्ठे होकर हवन करते हैं. उसके बाद अग्नि में देशी जड़ी बूटियां डालकर एक खप्पर में अग्नि को रखकर किसी देव स्थान से खप्पर उठाकर रात के समय में गांव में घुमाते हैं. खास कर पशुओं के इर्द गिर्द भी इसे घुमाया जाता है. गांव नगला जाट के निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि इस पूजा से पशु स्वस्थ रहते हैं. पहले भी कई बार ऐसी पूजा कर पशुओं की बीमारी को भगाया जा चुका है.
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