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आर्म्स डीलर का बेटा निकला मास्टरमाइंड, हर महीने पांच हजार कारतूसों करता था सप्लाई - पांच हजार कारतूसों करता था सप्लाई

फिरोजाबाद में राजकीय रेलवे पुलिस टूंडला (Government Railway Police Tundla) ने 2 दिन पहले 700 कारतूसों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. यह पूरा गैंग उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद से ऑपरेट हो रहा था. इस गैंग का सरगना आर्म्स दुकान का डीलर का बेटा बताया जाता है.

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आर्म्स डीलर का बेटा निकला मास्टरमाइंड
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Published : Apr 24, 2022, 6:42 PM IST

फिरोजाबाद: जनपद की राजकीय रेलवे पुलिस टूंडला (Government Railway Police Tundla) ने 2 दिन पहले 700 कारतूसों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. इस मामले की विवेचना हुई तो और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. यह पूरा गैंग उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद से ऑपरेट हो रहा था. इस गैंग का सरगना आर्म्स दुकान का डीलर का बेटा है.

आर्म्स डीलर का बेटा निकला मास्टरमाइंड

वह असलहा धारक के लाइसेंस पर ज्यादा कारतूस चढ़ाता था और उन्हें कम देता था. इस तरह हर माह करीब 5000 कारतूस उसके द्वारा नाजायज ढंग से अपराधियों को बेचे जाते थे. पूरे देश में इन लोगों का जाल फैला हुआ था. एसपी रेलवे ने यह भी बताया कि सरगना कारतूसों की मैन्यूफैक्चरिंग भी कराता था. जीआरपी टूंडला पुलिस (GRP Tundla Police) ने 22 अप्रैल को कारतूसों की सप्लाई करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सात सौ कारतूस बरामद किए थे जिन्हें बिहार में बेचा जाना था. तस्करों के नाम शादाब व फैजान पुत्रगण कुद्दन निवासी लेवर कॉलोनी वेस्ट ग्लास कंपाउंड दतौजी कलां थाना लाइनपार जनपद फिरोजाबाद है. ये सगे भाई हैं. पुलिस ने इन दोनों को प्लेटफार्म संख्या सात से गिरफ्तार किया था.

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पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पांच सौ कारतूस 315 बोर और दो सौ कारतूस 32 बोर, दो एंड्रॉइड मोबाइल, 49 सौ रुपये नकद बरामद किए गए थे. इन तस्करों ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह लोग फिरोजाबाद और अमरोहा से कारतूसों को खरीदकर यूपी और बिहार के विभिन्न जनपदों में बदमाशों को सप्लाई करते थे. यह तस्कर बिहार जाने की फिराक में किसी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे लेकिन पुलिसिया चेकिंग में पकड़े गए.

उन्होंने बताया कि शादाब दिव्यांग है. इस मामले में पुलिस ने जब अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाया तो और भी चौंकाने वाली हकीकत सामने आयी. दरअसल, इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड प्रतीक सक्सेना है जो कि अमरोहा का रहने वाला है और वह आर्म्स डीलर है. यह आरोपी देश के विभिन्न जिलों और प्रदेशों में एजेंटों के जरिए कारतूस की सप्लाई करता था.

इसे भी पढ़ेंः यूपी का माफिया राज: पूर्वांचल का वो खूंखार माफिया जो 9 गोली लगने के बाद मुर्दाघर से बाहर आया जिंदा

करीब 5000 कारतूस हर माह अपराधियों को सप्लाई किए जाते थे. पुलिस ने अमरोहा पुलिस की मदद से आर्म्स डीलर प्रतीक सक्सेना को भी गिरफ्तार कर लिया है. इसके पूरे नेटवर्क को खंगाल कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. एसपी रेलवे आगरा मोहम्मद मुस्ताक ने रविवार को तुला जीआरपी में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि इस गैंग में जो-जो लोग शामिल है, उन सभी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.

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फिरोजाबाद: जनपद की राजकीय रेलवे पुलिस टूंडला (Government Railway Police Tundla) ने 2 दिन पहले 700 कारतूसों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. इस मामले की विवेचना हुई तो और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. यह पूरा गैंग उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद से ऑपरेट हो रहा था. इस गैंग का सरगना आर्म्स दुकान का डीलर का बेटा है.

आर्म्स डीलर का बेटा निकला मास्टरमाइंड

वह असलहा धारक के लाइसेंस पर ज्यादा कारतूस चढ़ाता था और उन्हें कम देता था. इस तरह हर माह करीब 5000 कारतूस उसके द्वारा नाजायज ढंग से अपराधियों को बेचे जाते थे. पूरे देश में इन लोगों का जाल फैला हुआ था. एसपी रेलवे ने यह भी बताया कि सरगना कारतूसों की मैन्यूफैक्चरिंग भी कराता था. जीआरपी टूंडला पुलिस (GRP Tundla Police) ने 22 अप्रैल को कारतूसों की सप्लाई करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सात सौ कारतूस बरामद किए थे जिन्हें बिहार में बेचा जाना था. तस्करों के नाम शादाब व फैजान पुत्रगण कुद्दन निवासी लेवर कॉलोनी वेस्ट ग्लास कंपाउंड दतौजी कलां थाना लाइनपार जनपद फिरोजाबाद है. ये सगे भाई हैं. पुलिस ने इन दोनों को प्लेटफार्म संख्या सात से गिरफ्तार किया था.

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पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पांच सौ कारतूस 315 बोर और दो सौ कारतूस 32 बोर, दो एंड्रॉइड मोबाइल, 49 सौ रुपये नकद बरामद किए गए थे. इन तस्करों ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह लोग फिरोजाबाद और अमरोहा से कारतूसों को खरीदकर यूपी और बिहार के विभिन्न जनपदों में बदमाशों को सप्लाई करते थे. यह तस्कर बिहार जाने की फिराक में किसी गाड़ी का इंतजार कर रहे थे लेकिन पुलिसिया चेकिंग में पकड़े गए.

उन्होंने बताया कि शादाब दिव्यांग है. इस मामले में पुलिस ने जब अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाया तो और भी चौंकाने वाली हकीकत सामने आयी. दरअसल, इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड प्रतीक सक्सेना है जो कि अमरोहा का रहने वाला है और वह आर्म्स डीलर है. यह आरोपी देश के विभिन्न जिलों और प्रदेशों में एजेंटों के जरिए कारतूस की सप्लाई करता था.

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करीब 5000 कारतूस हर माह अपराधियों को सप्लाई किए जाते थे. पुलिस ने अमरोहा पुलिस की मदद से आर्म्स डीलर प्रतीक सक्सेना को भी गिरफ्तार कर लिया है. इसके पूरे नेटवर्क को खंगाल कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. एसपी रेलवे आगरा मोहम्मद मुस्ताक ने रविवार को तुला जीआरपी में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि इस गैंग में जो-जो लोग शामिल है, उन सभी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.

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