बरेली: जिले में एक रेलवे कर्मचारी को महज तीन सौ रुपए के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी. इस रेलवे कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने रेलवे कर्मचारी के हत्यारोपी को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया है. पुलिस ने हत्यारोपी के पास से अवैध तमंचा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए.
हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी शानू बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में 1 अगस्त को रेलवे कर्मचारी धर्मेंद्र की हत्या कर दी गयी थी. पुलिस ने इस मामले में आरोपी शानू को गिरफ्तार कर लिया. शानू ने केवल 300 रुपये को लेकर हुए विवाद के कारण रेल कर्मचारी की हत्या की थी.
ये भी पढ़ें- गैर-मुस्लिम से शादी के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, बरेली के मौलवी व उलेमाओं ने किया समर्थनधर्मेंद्र की शादी दिसंबर में होने वाली थी. लेकिन 1 अगस्त को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. धर्मेंद्र अपने घर से कुछ दूरी पर एक मैदान में जुआ खेल रहे लोगों के पास खड़ा था. इसी दौरान धर्मेंद्र की शानू ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस पिछले कई दिनों से शानू को ढूंढ रही थी. गुरुवार को शानू पुलिस के हत्थे चढ़ गया और इसके बाद उसने हत्या की वजह का खुलासा किया.
बरेली में वारदात की पड़ताल करती पुलिस बारादरी थाने के इंस्पेक्टर नीरज मलिक ने बताया कि रेलवे कर्मचारी धर्मेंद्र और शानू एक दूसरे को लंबे समय से जानते थे. धर्मेंद्र से शानू ने 300 रुपये उधार लिए थे. जब उधार दिए गए 300 रुपये धर्मेंद्र ने शानू से मांगे तो वो नाराज हो गया. धर्मेंद्र और शानू के बीच 1 अगस्त को इसे लेकर झगड़ा हुआ. बातचीत हाथापाई तक पहुंच गयी. और 300 रुपये को लेकर शानू ने धर्मेंद्र को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद वो मौका-ए-वारदात से फरार हो गया. पांच दिन की मशक्कत के बाद बरेली पुलिस शानू को ढूंढ पायी. पुलिस ने शानू को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.
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बताया जा रहा है कि रेल कर्मी धर्मेंद्र की कुछ दिन पहले ही सगाई हुई थी. दिसंबर में उसकी शादी होने वाली थी. पर केवल 300 रुपए को लेकर हुए विवाद में उसकी हत्या कर दी गयी. बारादरी थाने के इंस्पेक्टर नीरज मलिक ने बताया कि 1 अगस्त को रेलवे कर्मचारी की हत्या हुई थी. पुलिस ने इस मर्डर केस को हल कर लिया है.