बरेली: देवरनिया में किसान सहकारी चीनी मिल सेमीखेडा द्वारा दो दिन पूर्व आचनक गन्ना तौल के लिए लागू टोकन व्यवस्था को खत्म कर दिया गया, जिससे गन्ना तौल ठप हो गया. विरोध मे किसानों ने रविवार को चीनी मिल के सामने हाईवे पर जाम लगा दिया और मिल को बन्द कराकर विरोध-प्रदर्शन किया. यही नहीं मुख्य गन्ना अधिकारी का भी घेराव किया. किसानों के विरोध के बाद मिल प्रबन्धक ने पुरानी टोकन व्यवस्था को बहाल कर दिया है.
जिले की इकलौती किसान सहकारी चीनी मिल सेमीखेडा से जुड़े किसानों का आरोप है कि गन्ना तौल के लिए किसानों को एडवांस टोकन दिये जाते थे, जिस पर किसान का नम्बर अंकित होता था. नम्बर आने से पहले किसान को गन्ना लाने के लिए सूचित किया जाता था. इसके अलावा किसानों के लिए चाय-नाशते की व्यवस्था थी, जिसे दो दिन पूर्व मिल के अफसरों द्वारा आचानक खत्म कर दिया गया. किसानों को जारी टोकन निरस्त कर दिये, जिससे चीनी मिल गन्ना तौल की समस्या हो गयी.
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किसानों ने मिल द्वारा आचानक खत्म की व्यवस्था के विरोध में रविवार को चीनी मिल केन यार्ड में विरोध-प्रदर्शन कर मुख्य गन्ना अधिकारी प्रवीन कुमार यादव का धेराव कर दिया और चीनी मिल को बन्द करा दिया. यही नहीं, किसानों ने बरेली-नैनीताल हाईवे पर जाम लगा दिया, जिससे चीनी मिल अफसरों के हाथ-पांव फुल गये.
आनन-फानन में चीनी मिल प्रबंधक की गैरमौजूदगी में मुख्य गन्ना अधिकारी ने किसानों को समझा कर 15 बाद जाम खुलवा दिया और किसानों को पुरानी व्यवस्था पून: लागू करने का भरोसा देकर गन्ना तौल शुरू कराने को कहा लेकिन किसान मांग मानने वाली बात को लिखित में मांग रहे थे. चीनी मिल प्रबन्धक से बात करने के बाद मुख्य गन्ना अधिकारी प्रवीन कुमार यादव ने लिखकर दिया.
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