प्रयागराज: जिले में गंगा जमुनी तहजीब (Sarva Dharma Sama Bhava) की मिसाल पेश करते हुए हिंदी नव वर्ष की शुरुआत की गयी. सिविल लाइंस इलाके में मुस्लिम महिलाओं ने एक दूसरे को तिलक लगाया और हाथ में रक्षा सूत्र बांधकर नव वर्ष की बधाई दी.
प्रयागराज में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल चैत्र शुक्लपक्ष की प्रतिपदा के दिन से सनातन धर्म को मानने वाले लोग नव वर्ष की शुरुआत मानते हैं. पूरी दुनिया में एक जनवरी को न्यू ईयर मनाया जाता है. हमारे देश में भी एक जनवरी को नववर्ष मनाया जाता है, लेकिन देश में चैत्र नवरात्रि के दिन से सनातनी नव वर्ष की शुरुआत होती है. प्रयागराज में सनातन नव वर्ष को हिन्दू के साथ ही मुस्लिम और दूसरे धर्म के लोगों ने साथ मिलकर मनाया.
प्रयागराज में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल सिविल लाइंस के सुभाष चौक पर मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों ने सनातन नव वर्ष के आगमन को पर्व की तरह मनाया. बुर्का पहने हुई महिलाओं ने एक दूसरे को तिलक लगाया. हाथों में रक्षा सूत्र बांधकर उन्होंने एक दूसरे को नववर्ष की बधाई दी. इस मौके पर महविश आज़मी ने कहा कि यह नव वर्ष किसी जाति धर्म के लिए नहीं है, बल्कि यह नव वर्ष हमारे देश भारत की संस्कृति का हिस्सा है.
प्रयागराज में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल ये भी पढ़ें- गरीबों के घर तक शुद्ध जल पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती: स्वतंत्र देव सिंह
एजाजउद्दीन ने कहा कि हम सब लोग मिलकर इस पर्व को मना रहे हैं, क्योंकि किसी भी जाति या धर्म से पहले राष्ट्र होता है. वहीं सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि सनातन नव वर्ष मनाना हमारे राष्ट्र का पर्व है, इसलिए इसे सभी को मिलकर मनाना चाहिए.
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