प्रयागराजः सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन लोग नाग देवता की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते है. माना जाता है कि नाग देवता की पूजा करने और उन्हें दूध अर्पित करने से जीवन मंगलमय रहता है. इस साल 2 अगस्त यानी मंगलवार को पड़ने वाली नाग पंचमी पर विशेष योग बन रहा है.
पंडित शिप्रा सचदेव जी के अनुसार इस साल नाग पंचमी का दिन 2 अगस्त मंगलवार को है. मंगलवार का दिन मंगला गौरी का दिन माना जाता है. मंगला गौरी के दिन नाग पंचमी पड़ने से विशेष फलदायक दिखाई पड़ रहा है. इन दोनों ही योग में पूजा करने से जातक की सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी. नाग पंचमी के दिन 12 नागों की पूजा का विधान है. इनके नाम अनंत, वासुकि, शंख, पद्म, कंबल, कर्कोटक, अष्ववर, धृतराष्ट्र, शंखपाल, कालिया, तक्षक और पिंगल हैं. नाग पंचमी के दिन पूजन के बाद इन सभी नागों को प्रणाम किया जाता है. साथ ही प्रार्थना की जाती है कि उनकी कृपा जातक पर बनी रहे.
ये भी पढ़ें- बारिश से बहा भीकुंड पुल एप्रोच रोड, राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने लिया जायजा
पंचमी तिथि प्रारंभ: 2 अगस्त 2022, मंगलवार, प्रातः 05:16 से
पंचमी तिथि समाप्त: 3 अगस्त 2022, बुधवार, प्रातः 05:20 बजे
पूजा मुहूर्तः 2 अगस्त 2022, मंगलवार, प्रातः 05:20 से 08:25 बजे तक
नाग पंचमी पूजन विधि
- सुबह जल्दी उठ कर नहा-धोकर कर मंदिर को साफ करना चाहिए.
- लकड़ी की चौकी के ऊपर पीला वस्त्र रख कर नाग देवता को मूर्ति को बैठाना चाहिए.
- नाग देवता को हल्दी, रोली (लाल सिंदूर), चावल और फूल अर्पित करें.
- अब कच्चा दूध, घी, चीनी मिलाकर नाग देवता को अर्पित करें.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप