प्रयागराज: इन दिनों देश भर में मानसून का सीजन चल रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में बरसात में आकाशीय बिजली कहर बनकर लोगों की जिंदगी को लील रही है. इसी कड़ी में वज्रपात से बचने के लिए लोगों को सरकार की तरफ से जागरूक किया जा रहा है. सरकार की तरफ से आकाशीय बिजली बचने के लिए जनता को अलग-अलग तरीके से जागरूक किया जा रहा है.
प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रोज आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो रही है. बुधवार को हमीरपुर जिले में हुई बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से राठ तहसील क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में एक छात्रा सहित तीन की मौत हो गई. जबकि दो लोग बुरी तरह झुलस कर घायल हो गए है. इसी तरह की घटनाओं से बचने के लिए यह उपाय अपनाए...
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से बचने के लिए सावधानी: बरसात के दिनों आकाशीय बिजली गिरने से सैंकड़ों लोगों की जान हर साल जाती है. आसमान से गिरने वाली बिजली की चपेट में आने से बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि सरकार वज्रपात से लोगों को बचाने के लिए लगातार सूचाएं और सावधानी जारी कर रही है. वज्रपात से बचाव के तरीकों को समाचार पत्रों के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि बरसात के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
आंधी तूफान(वज्रपात) से बचने के लिए क्या करें:
वज्रपात के समय पक्की छत के नीचे चलें जाए.
खिड़की के कांच, टिन की छत, गीले सामान और लोहे की हैंडलों से दूर रहें.
वज्रपात के समय अगर आप पानी में हैं तो तुरंत बाहर आ जाएं.
खुली जगह पर हों तो कान पर हाथ रखकर एड़ियों को आपस में मिलकर जमीन पर बैठ जाएं.
सफर के दौरान अपने वाहन में शीशे चढ़ाकर बैठे रहें
मजबूत छत वाले वाहन में रहें खुली छत वाले वाहन की सवारी न करें.
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वज्रपात (आंधी तूफान) के समय क्या न करें:
आंधी तूफान के समय पेड़ के नीचे न खड़े हों
बिजली उपकरणों ,स्विच, तारों और टेलीफोन का प्रयोग न करें.
दीवार के सहारे टेक लगाके न खड़े हों
किसी बिजली के खंभे के पास न खड़े हों
स्नान करना तुरंत रोक दें
इसके साथ ही आंधी बिजली की स्थिति में बाहर खुले में कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं होता है. टेलीफोन और पानी की लाइन में करेंट आ सकता है. इतना ही नहीं वज्रपात के कारण घायल व्यक्ति को छूना पूरी तरह से सुरक्षित होता है. उसको छूने से बिजली का झटका नहीं लगता है.
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