अलीगढ़: पुलिस ने एक युवक की हत्या के मामले का खुलासा किया. पड़ोसी ने रुपये के लेन-देन और रंजिश के कारण अपने पड़ोसी के बेटे की हत्या कर दी. इस हत्या को छिपाने के लिए उसने एक साजिश रची लेकिन पुलिस ने उसकी कोशिशों को नाकाम कर दिया.
बुधवार को थाना बन्नादेवी पर किशन निवासी लक्ष्मीपुर ने सूचना दी कि उसका 19 साल का बेटा ऋतिक 15 जुलाई से लापता है. किसी ने किशन को मोबाइल पर कॉल की और बताया कि रितिक उसके पास है और फिरौती के 10 लाख रुपये मांगे. पुलिस ने इस शिकायत पर थाना बन्नादेवी में मुकदमा पंजीकृत कर लिया.
ऋतिक को ढूंढने के लिए पुलिस ने पांच टीम बनाईं. अलीगढ़ पुलिस ने फोन और सिम की लोकेशन ट्रेस की और नगला मसानी के रहने वाले आरव को हिरासत में लिया. जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि लक्ष्मीपुर में रहने वाला प्रदीप मोटरसाइकिल एजेंसी में काम करता है और प्रदीप ने ही उसके मोबाइल से बात की थी.
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इसके बाद पुलिस ने प्रदीप को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की. प्रदीप ने बताया कि योगेन्द्र उसका दोस्त है. योगेन्द्र के परिवार ने किशन से रुपये लिए थे. इसको लेकर किशन आये दिन योगेन्द्र के परिवार को लोगों की बेइज्जती करता था. प्रदीप और योगेन्द्र ने मिलकर इसका बदला लेने की साजिश रची. दोनों ने 15 जुलाई को किशन के बेटे ऋतिक को अपने कमरे में बुलाया और उसे मार दिया. इसके बाद शव को बोरी में डालकर नादा पुल से आगे गंदे नाले में फेंक दिया.
प्रदीप और योगेन्द्र को लग गया था कि वो पकड़े जा सकते हैं. उन्होंने पुलिस और किशन के परिवार को गुमराह करने के लिए आरव के मोबाइल से ऋतिक के मोबाइल पर कॉल करके फिरौती के रुपये मांगे. जिससे ये कभी पता न चले कि उसकी हत्या हो गयी है. लेकिन दोनों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि वो पुलिस को लंबे समय तक गुमराह नहीं कर पाएंगे. पुलिस ने हत्या के इस मामले में शामिल तीनों आरोपियों प्रदीप, योगेन्द्र, आरव को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने नाले से ऋतिक का शव बरामद कर लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.