अलीगढ़: कला को किसी बंदिश में नहीं बांधा जा सकता है. हर इंसान का अनोखा काम ही उसकी कला को दर्शाता है. ऐसा ही कुछ नजारा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में देखने को मिला. एएमयू में फाइन आर्ट क्लब की ओर से कैंपस में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कला महोत्सव का आयोजन किया गया. इसमें देश-विदेश के कलाकारों ने भी हिस्सा लिया.
महोत्सव में 17 देशों के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया. कांच के छोटे-छोटे टुकड़ों से जड़ी यह मोपेड लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही. इसके साथ सेल्फी लेने वाले लोगों की कमी नहीं थी. वहीं विशाल केतली के साथ छात्रों ने खटिया पर बैठ कर फोटो खिंचवाई.
इस महोत्सव में गुलनाज ने लाइव पेंटिंग के जरिए अरेबिक कैलीग्राफी में अल्लाह को अपने कैनवस पर दिखाया. वहीं डॉट पेन के जरिए चित्रकारी करती हुई आर्टिस्ट नजर आई. महोत्सव में सामने बैठा कर लाइव पोट्रेट बनाते हुए भी आर्टिस्ट नजर आए. जैनब ने नेचर की लाइव पेंटिंग बनाते हुए बताया कि प्रकृति को नष्ट किया जा रहा है और इसलिए नेचर की पेंटिंग बनाकर वह लोगों को संदेश देना चाहते हैं.
इस फेस्टिवल की थीम हैशटैग नो बॉउंडेशन रखा गया था. इसका अर्थ यह हुआ कि आर्टिस्ट के लिए कोई बंदिशें नहीं होती हैं. कार्यक्रम संयोजक मोना ने बताया कि यहां 17 देश के लोगों ने हिस्सा लिया था. उन्होंने यहां कला महोत्सव में आर्ट वर्क पेश किया. वहीं वेस्ट मटेरियल से फाइटर प्लेन बनाकर छात्रों ने देश के वीर जवानों को समर्पित किया. 3 दिन तक चलने वाले इस कला महोत्सव का बुधवार को समापन हुआ और छात्र छात्राओं ने इसका भरपूर आनंद लिया.