अलीगढ़ः जिले की रेंज स्तरीय साइबर क्राइम पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. उन्होंने साइबर हैकरों के एक बैंकर को आगरा से गिरफ्तार किया है. ये हैकरों के ठगी की जाने वाली रकम को इधर से उधर करने का काम अपने भाई के सहयोग से करता था. पुलिस जब इसे गिरफ्तार करने पहुंची, तो मौके से इसका भाई चकमा देकर फरार हो गया.
ये है मामला
पुलिस के मुताबिक बीते 6 नवंबर को बीना सागर नाम की एक महिला ने कार्सी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें आरोप था कि उनसे क्रेडिट कार्ड के विषय में जानकारी लेकर उनके खाते से 1.10 लाख रुपये पार कर दिये हैं. इस संबंध में साइबर क्राइम पुलिस ने मनीष नाम के एक शख्स को आगरा से गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ में उसके खातों की जांच में सामने आया है कि ये लोग मौबिक्विक पेमेंट वॉलेट से अपने खातों में रुपये मंगाते थे. इसके बाद दूसरे खातों में रकम ट्रांसफर की जाती थी. जब पुलिस ने रकम ट्रांसफर होने वाले बैंक खातों की जांच की, तो मनीष निवासी निबोहरा, आगरा और उसके भाई विष्णु का नाम सामने आया है. जांच में पता चला कि मनीष विष्णु के खाते में कई लाख रुपये पहुंचे हैं. इस आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है.
सीओ क्राइम विकास कुमार ने बताया कि अलीगढ़ परिक्षेत्र साइबर थाने पर एक मुकदमा पंजीकृत था. जिसमें 1.10 लाख रुपये का फ्रॉड हुआ था. उसी मामले में तफ्तीश करते हुए जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुथे थे. उसी अकाउंट के फोल्डर जिसका नाम मनीष है, उसे गिरफ्तार किया गया है. ये लोगों को फोन करके क्रेडिट कार्ड की ओटीपी मांगता था. ओटीपी मिलने पर पैसों को अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था. इस केस में मोबिक्विक वॉलेट में ट्रांसफर किया गया था और वॉलेट से पैसे को अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं. इसके बाद पैसे निकालकर ये आपस में बांटते थे. जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया है, उसके अकाउंट में 40 हजार रुपये ट्रांसफर हुआ था. जिसको इसने कैश में निकाल लिया है.