ETV Bharat / city

अलीगढ़: AMU छात्रों ने पुलिस के खिलाफ हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्थित एएमयू में 15 दिसंबर को हुए विवाद को लेकर छात्रों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है. हाईकोर्ट में दी गई इस याचिका पर 17 फरवरी को सुनवाई होगी.

etv bharat
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय.
author img

By

Published : Jan 29, 2020, 1:41 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर को सीएए को लेकर विवाद हो गया था. मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए छात्रों ने सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है. मामले पर अभी सुनवाई होनी है.

बवाल में घायल छात्र मेहंदी की ओर से धारा 156 (3) के तहत पुलिस के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की गई. याचिका पर 17 फरवरी को सुनवाई होगी. पहले कुलपति तारीक मंसूर ने पुलिस के खिलाफ हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट के मामले में तहरीर दी थी.

जानकारी देते पूर्व एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन.

मामले में एसएसपी का कहना था कि हाईकोर्ट में पहले ही मामला चल रहा है. एएमयू छात्रों की बनाई गई को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से इस संबंध में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने जानकारी दी कि 15 दिसंबर को पुलिस और आरएएफ एएमयू छात्रों पर लाठियां बरसाई थीं.

को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से मामले में कार्रवाई को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसे न्यायालय ने सुनवाई के लिए अन्य दो याचिकाओं के साथ शामिल कर लिया है. उच्च न्यायालय के निर्देश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी मामले की जांच कर रही है. को-आर्डिनेशन कमेटी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष भी बात रखी है.

इसे भी पढ़ें- बरेली: प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे-मील बनाते समय फटा कुकर, दो रसोइया झुलसे

एएमयू बवाल की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम एक बार फिर अलीगढ़ आई है. एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में आई टीम ने पहले चरण में प्रकरण से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए थे. दूसरे चरण की जांच के लिए टीम सर्किट हाउस में ठहरी है.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर को सीएए को लेकर विवाद हो गया था. मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए छात्रों ने सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है. मामले पर अभी सुनवाई होनी है.

बवाल में घायल छात्र मेहंदी की ओर से धारा 156 (3) के तहत पुलिस के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की गई. याचिका पर 17 फरवरी को सुनवाई होगी. पहले कुलपति तारीक मंसूर ने पुलिस के खिलाफ हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट के मामले में तहरीर दी थी.

जानकारी देते पूर्व एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन.

मामले में एसएसपी का कहना था कि हाईकोर्ट में पहले ही मामला चल रहा है. एएमयू छात्रों की बनाई गई को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से इस संबंध में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने जानकारी दी कि 15 दिसंबर को पुलिस और आरएएफ एएमयू छात्रों पर लाठियां बरसाई थीं.

को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से मामले में कार्रवाई को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसे न्यायालय ने सुनवाई के लिए अन्य दो याचिकाओं के साथ शामिल कर लिया है. उच्च न्यायालय के निर्देश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी मामले की जांच कर रही है. को-आर्डिनेशन कमेटी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष भी बात रखी है.

इसे भी पढ़ें- बरेली: प्राथमिक विद्यालय में मिड-डे-मील बनाते समय फटा कुकर, दो रसोइया झुलसे

एएमयू बवाल की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम एक बार फिर अलीगढ़ आई है. एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में आई टीम ने पहले चरण में प्रकरण से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए थे. दूसरे चरण की जांच के लिए टीम सर्किट हाउस में ठहरी है.

Intro:अलीगढ़  : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर को हुए बवाल के मामले में पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए छात्रों की ओर से सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया गया है. हालांकि इस पर अभी सुनवाई होनी है. बवाल में घायल छात्र मेहंदी की ओर से धारा 156(3) के तहत पुलिस के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की गई. इस पर 17 फरवरी को सुनवाई है. हालांकि इससे पहले भी कुलपति तारीक मंसूर ने पुलिस के खिलाफ हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट के मामले में तहरीर दी थी. लेकिन इस मामले में एसएसपी का कहना था कि हाईकोर्ट में पहले ही मामला चल रहा है.






Body:एएमयू छात्रों की बनाई गई कोआर्डिनेशन कमेटी की ओर से इस संबंध में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने जानकारी दी कि 15 दिसंबर को पुलिस व आरएएफ  एएमयू छात्रों पर दमनकारी लाठियां बरसाई थी. कोआर्डिनेशन कमेटी की ओर से इस मामले में कार्रवाई को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है. जिसे न्यायालय ने सुनवाई के लिए अन्य दो याचिकाओं के साथ शामिल कर लिया है. उच्च न्यायालय के निर्देश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी मामले की जांच कर रही है. कोआर्डिनेशन कमेटी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष भी बात रखा है. वहीं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने बताया कि कमेटी की ओर से सीजेएम की अदालत में भी 156(3) के तहत रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया था.


Conclusion:वहीं एएमयू बवाल की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम एक बार फिर अलीगढ़ आई है. एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में आई टीम ने पहले चरण में  प्रकरण से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए थे. वहीं दूसरे चरण की जांच के लिए टीम सर्किट हाउस में ठहरी है. 

बाइट - फैजुल हसन , पूर्व अध्यक्ष, एएमयू छात्रसंघ

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.