अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर को सीएए को लेकर विवाद हो गया था. मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए छात्रों ने सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है. मामले पर अभी सुनवाई होनी है.
बवाल में घायल छात्र मेहंदी की ओर से धारा 156 (3) के तहत पुलिस के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की गई. याचिका पर 17 फरवरी को सुनवाई होगी. पहले कुलपति तारीक मंसूर ने पुलिस के खिलाफ हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट के मामले में तहरीर दी थी.
मामले में एसएसपी का कहना था कि हाईकोर्ट में पहले ही मामला चल रहा है. एएमयू छात्रों की बनाई गई को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से इस संबंध में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने जानकारी दी कि 15 दिसंबर को पुलिस और आरएएफ एएमयू छात्रों पर लाठियां बरसाई थीं.
को-आर्डिनेशन कमेटी की ओर से मामले में कार्रवाई को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई है, जिसे न्यायालय ने सुनवाई के लिए अन्य दो याचिकाओं के साथ शामिल कर लिया है. उच्च न्यायालय के निर्देश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी मामले की जांच कर रही है. को-आर्डिनेशन कमेटी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष भी बात रखी है.
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एएमयू बवाल की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम एक बार फिर अलीगढ़ आई है. एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में आई टीम ने पहले चरण में प्रकरण से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए थे. दूसरे चरण की जांच के लिए टीम सर्किट हाउस में ठहरी है.