अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) की एकेडमिक काउंसिल ने शनिवार को वर्तमान शैक्षणिक सत्र के लिए स्नातक पाठ्यक्रमों के संयुक्त केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (Central Universities Common Entrance Test) में शामिल होने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. एएमयू कुलपति ने पत्र भेजकर कई मामलों पर विस्तार से जानकारी मांगी थी. इस पर अतिरिक्त सचिव (उच्च शिक्षा), शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय को जवाब भेजा.
इस समिति ने पत्र पर चर्चा की और तय किया कि विश्वविद्यालय सीयूईटी के टेस्ट स्कोर का उपयोग करेगा, लेकिन आंतरिक आरक्षण, विभिन्न श्रेणियों के लिए कुलपति के नामांकन अधिकार और ब्रिज कोर्स और मदरसों के छात्रों के प्रवेश सहित प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय के प्रावधान अप्रभावित रहेंगे. विश्वविद्यालय अपना काउन्सलिंग सेशन करेगा और यह बी.टेक, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम, डिप्लोमा पाठ्यक्रम, स्कूलों की प्रवेश परीक्षा तथा अन्य सभी कोर्सेज जो सीयूईटी में शामिल नहीं हैं, के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा करेगा और सभी कोटा और आरक्षण बरकरार रहेगा.
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आंतरिक कोटा और सभी नामांकन कोटा (अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के बच्चे, पूर्व छात्रों के बच्चे, केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चे, जो हाल ही में अलीगढ़ में तैनात/स्थानांतरित हों, दूर के राज्य/केंद्र शासित प्रदेश, शारीरिक रूप से विकलांग, एनसीसी कैडेट, उत्कृष्ट खिलाड़ी, उत्कृष्ट डिबेटर, सशस्त्र बलों के बच्चे जो युद्ध में मारे गए) बरकरार रहेंगे.
एकेडमिक काउंसिल ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रवेश और पात्रता के लिए प्रवेश समिति की सिफारिश पर भी विस्तार से चर्चा की और इसे अपनी मंजूरी प्रदान की. बैठक की अध्यक्षता कुलपति डॉ. तारिक मंसूर ने की और रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, संकायों के डीन, कॉलेजों के प्राचार्य, विभागों के अध्यक्ष, केंद्रों के निदेशक और अकादमिक परिषद के अन्य सदस्य बैठक में शामिल हुए.
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