गाजीपुर: जिले के करंडा ब्राह्मणपुरा गांव में लगभग 20 साल पहले ग्रामीणों को एक नवजात लावारिस बच्ची मिली थी. यह बच्ची नवरात्र के दिनों में गांव के ही पास एक खेत में पाई गई थी. मानवता दिखाते हुए देवी की कृपा मानकर ग्रामीणों ने परस्पर सहयोग से उस बच्ची को पाल पोसकर बड़ा किया. 20 साल बाद ग्रामीणों की मदद से बच्ची का विवाह बड़े धूमधाम से संपन्न कराया गया.
ग्रामीणों ने कराई दुर्गा की शादी
बच्ची का नाम नवरात्र में मिलने की वजह से दुर्गा रखा गया. उसे गांव के गुप्ता परिवार ने पाला. जब बच्ची 20 साल की हुई तो गांव वालों ने अपना फर्ज निभाते हुए योग्य वर ढूंढते हुए दुर्गा का विवाह बड़ी ही धूमधाम से सम्पन्न कराया गया.
पूरे गांव ने दिया आशीर्वाद
ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से पैसे जुटाकर अनाथ दुर्गा का विवाह संपन्न कराया. गांव वालों ने मिलकर लड़की को शादी में दिए जाने वाले सामान जैसे बेड, बिस्तर, टीबी, पंखा, साड़ी, कपड़ा, गहना आदि सामान दिए. साथ ही बारातियों का भव्य स्वागत और सत्कार किया. खास बात यह कि दुर्गा का विवाह गांव के ही भोलेनाथ मंदिर में सम्पन्न कराया गया. इस दौरान अपनी दुर्गा को आशीर्वाद देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा.
गाजीपुर: 20 साल पहले नवरात्र के दिन खेत में मिली थी बच्ची, ग्रामीणों ने कराया विवाह
यूपी के गाजीपुर में सालों पहले नवरात्र के दिन खेत में एक बच्ची मिली थी. आज सोमवार को उसी बच्ची के 20 साल पूरे होने के बाद ग्रामीणों ने बड़ी ही धूमधाम से उसका विवाह संपन्न कराया.
गाजीपुर: जिले के करंडा ब्राह्मणपुरा गांव में लगभग 20 साल पहले ग्रामीणों को एक नवजात लावारिस बच्ची मिली थी. यह बच्ची नवरात्र के दिनों में गांव के ही पास एक खेत में पाई गई थी. मानवता दिखाते हुए देवी की कृपा मानकर ग्रामीणों ने परस्पर सहयोग से उस बच्ची को पाल पोसकर बड़ा किया. 20 साल बाद ग्रामीणों की मदद से बच्ची का विवाह बड़े धूमधाम से संपन्न कराया गया.
ग्रामीणों ने कराई दुर्गा की शादी
बच्ची का नाम नवरात्र में मिलने की वजह से दुर्गा रखा गया. उसे गांव के गुप्ता परिवार ने पाला. जब बच्ची 20 साल की हुई तो गांव वालों ने अपना फर्ज निभाते हुए योग्य वर ढूंढते हुए दुर्गा का विवाह बड़ी ही धूमधाम से सम्पन्न कराया गया.
पूरे गांव ने दिया आशीर्वाद
ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से पैसे जुटाकर अनाथ दुर्गा का विवाह संपन्न कराया. गांव वालों ने मिलकर लड़की को शादी में दिए जाने वाले सामान जैसे बेड, बिस्तर, टीबी, पंखा, साड़ी, कपड़ा, गहना आदि सामान दिए. साथ ही बारातियों का भव्य स्वागत और सत्कार किया. खास बात यह कि दुर्गा का विवाह गांव के ही भोलेनाथ मंदिर में सम्पन्न कराया गया. इस दौरान अपनी दुर्गा को आशीर्वाद देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा.