आगरा: पिनाहट ब्लॉक में वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है. यहां वायरल फीवर से गुरुवार को तीन बच्चों की मौत हो गयी. इसके साथ ही संदिग्ध बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर आठ हो गयी है. बच्चों की मौत का आंकड़ा यहां तेजी से बढ़ रहा है. बच्चों की मौत के कारण यहां के लोगों में दहशत है. स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक डॉ. एके सिह, संयुक्त निदेशक डॉ. प्रदीप शर्मा दोनों, उन बच्चों के घर पहुंचे जिनकी मौत बुखार की वजह से हो गयी थी.
पिनाहट में 11 सितम्बर को बुखार से गांव भावनाथ की ढारि निवासी सुदामा के 14 वर्षीय पुत्र वीकेश की मौत हो गयी थी. इसके अलावा सूबेदार पुरा की नौ माह की गायत्री पुत्री सतीश की वायरल बुखार से 17 सितम्बर को मौत हो गयी थी. कस्बा निवासी पूर्व प्रधान रवि पाण्डेय के 14 वर्षीय पुत्र छोटू की मौत 19 सितम्बर को बुखार से हुई. बुधवार को अमन पुत्र राजेन्द्र वर्मा उम्र तीन वर्ष निवासी कस्बा मोहल्ला चांदनी चौक, प्राची पुत्री प्रमोद शर्मा निवासी राटोटी उम्र 9 वर्ष की मौत के बाद, गुरुवार को बुखार से तीन और बच्चों की मौत को हो गयी.
इनमें गांव मेदीपुरा निवासी मनोज की 4 वर्षीय पुत्री प्रज्ञा की मौत हो गयी. प्रज्ञा को दो दिन से बुखार आ रहा था. गुरुवार को ज्यादा तेज बुखार आने पर उसे आगरा ले जा रहे थे. जहां पिनाहट सरकारी रोडवेज बस स्टैंड पर उसने दम तोड़ दिया. वहीं कस्बे के चांदनी चौक निवासी योगेश की 8 वर्षीय बेटी सुमन को भी तीन दिन से बुखार आ रहा था. यहां के प्राइवेट क्लिनिक पर उसका इलाज चल रहा था. गुरुवार सुबह अचानक उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ गयी. परिवार के लोग उसे लेकर फतेहाबाद पहुंचे. यहां क्लीनिक पर पहुंचते ही उसकी मौत हो गयी.
वहीं गांव पडुआपूरा निवासी मदन की 4 वर्षीय बेटी नंदनी को भी तीन दिन से बुखार आ रहा था. उसका फतेहाबाद इलाज चल रहा था. गुरुवार सुबह उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी. परिजन उसे पिनाहट सीएचसी लेकर पहुंचे. यहां डॉक्टर ने उसको मृत घोषित कर दिया. लगातार हो रही बच्चों की मौत से ग्रामीण दहशत में हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट प्रभारी के प्रयासों से करीब चार माह से बंद सीबीसी जांच दोबारा शुरू हो गयी. करीब चार महीने से सीएचसी पिनाहट पर लगी सीबीसी जांच मशीन का केमिकल खत्म होने के कारण बंद पड़ी थी.
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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार मशीन जिस कंपनी की होती है. उसी कंपनी का केमिकल उसमें पड़ता है. मशीन का केमिकल मिलने के बाद सीएचसी पिनाहट में गुरुवार से जांच शुरू की गयीं. इस मशीन के चालू होने के बाद अब मरीजों को हीमोग्लोबिन व प्लेटलेट्स की जांच व ब्लड सम्बन्धी जांच के लिये पैथोलोजी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. वहीं सीएचसी अधीक्षक डॉ. विजय कुमार ने बताया कि सीबीसी जांच शुरू होने से बुखार से पीड़ित लोगों की जांच में बहुत फायदा मिल रहा है.