आगराः जिले के दहतोरा गांव में आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की कार्रवाई से आहत संत धर्मानंद ओर हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को एसएसपी कार्यलय पर आत्मदाह का प्रयास किया. इस घटना से पुलिस के होश उड़ गए. संत धर्मानंद और हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने एडीए की कार्रवाई को हिन्दू विरोधी करार देते हुए न्याय की मांग की.
बता दें आगरा विकास प्राधिकरण ने बीते दिनों सिकंदरा के दहतोरा में एक मंदिर पर बुलडोजर चलाया था. मंदिर की मूर्तियों को एडीए अधिकारी जब्त कर अपने साथ ले गया थे. जिस जमीन पर पक्के मंदिर का निर्माण कराया गया था. उस जमीन मौजा 197 को आगरा विकास प्राधिकरण ने सन 1993 में किसान से खरीदा था. उक्त जमीन पर उस वक्त दो किसानों का कब्जा था. जिसके एवज में दोनों किसानों को जमीन का 13 लाख तथा 11 लाख रुपया भुगतान किया गया था, लेकिन किसान भगवान सिंह की वृद्ध पत्नी और उसके बेटों ने उस जमीन पर कच्चा कमरा तैयार कर लिया था.
जिसे पूर्व में एडीए द्वारा धराशायी कर दिया गया था, लेकिन खेत की चार दिवारी का फायदा उठा कर किसान के बेटों ने जमीन पर मूर्ति स्थापना कर दी. उसके बाद मूर्तियों को स्थापित कर पक्का मंदिर का निर्माण करा डाला. उस मंदिर पर संत धर्मानंद पूजा-पाठ करते थे, लेकिन एडीए ने अवैध कब्जों पर कार्रवाई करते हुए एडीए की जमीन पर अवैध तरीके से बनाए गए मंदिर पर बुलडोजर चलवा दिया. पुलिस मंदिर की मूर्तियों को जब्त कर अपने साथ ले गई.
इसे भी पढ़ें- 40 साल की रिलेशनशिप के बाद बुजुर्ग दंपति ने की शादी, बेटे-पोते बने बाराती
इस कार्रवाई को संत धर्मानंद ओर उनके अनुयायियों ने हिन्दू विरोधी करार दिया. इस कार्रवाई से आहत संत धर्मानंद और हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को अपने ऊपर डीजल डाल कर आत्मदाह का प्रयास किया. पुलिस ने संत को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
संत धर्मानंद ने कहा कि एडीए तानाशाही पर उतर आया है. रामभक्त सरकार में उनके मंदिर को तोड़ दिया गया. इस जुल्म से बेहतर है कि वह अपनी जान दे दें. आगरा एसएसपी ने बताया कि एडीए ने जिस जमीन पर कब्जा लिया है. उस जमीन का भुगतान किसानों को किया जा चुका है. मंदिर की आड़ में किसान के बेटे और महंत धर्मानंद जमीन पर कब्जा चाहते थे. जिनके खिलाफ एडीए की तहरीर पर मुकदमा भी पंजीकृत किया गया है. इस मामले में दबाब बनाने के लिए पूरे प्रकरण को आस्था से जोड़ा जा रहा है, जिसने भी आत्मदाह का प्रयास किया है. उनका जमीन से कोई लेना-देना नहीं है. उन सभी पर कार्रवाई की जाएगी.